करहां-लग्गूपुर मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त, आवागमन मुश्किल

जागरण संवाददाता मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) करहा बाजार से लग्गूपुर जहानागंज को जाने वाली मु

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 03:28 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 03:28 PM (IST)
करहां-लग्गूपुर मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त, आवागमन मुश्किल
करहां-लग्गूपुर मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त, आवागमन मुश्किल

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : करहा बाजार से लग्गूपुर जहानागंज को जाने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे सैकड़ों गांव के लोगों को आवागमन में समस्या हो रही है। इस मार्ग पर जगह-जगह बड़े गड्ढे होने व पिच की पूरी हालत खस्ता हो चली है। सड़क की गिट्टियां व पटरियां पूरी तरह से गायब हैं। ऐसे में आए दिन दो पहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो जाते हैं। यह समस्या लगभग कई वर्षो से लोग झेल रहे हैं लेकिन मजबूरी में लोगों को इस मार्ग का सहारा लेना ही पड़ता है। यहां के लोगों ने कई बार संबंधित विभाग से शिकायत की लेकिन यह मार्ग कई वर्षों से जस का तस है। इस मुख्य मार्ग से जुड़े रसूलपुर, गद्दोपुर, मालव, चकजा़फरी, देवसीपुर, ओटनी, लग्गूपुर, राजापुर, तिलस्वा टेकई आदि गांव के हजारों लोग मजबूरी में प्रतिदिन इस रास्ते से आवागमन को विवश हैं।

डूडा से बनी सड़क बरसात में ध्वस्त

उधर, नगर पंचायत अंतर्गत नवापुरा में बनी सड़क बरसात होते ही टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई और बरसात के पानी में आधी सड़क डूब चुकी है। पोखरी के किनारे बनी सड़क के जल्दी क्षतिग्रस्त हो जाने से निर्माण पर सवाल खड़े हो रहे हैं। थाने के समीप से नवापुरा वार्ड के पिछड़े इलाके के लोगों के लिए यह सड़क काफी सुगम रहा लेकिन मानक के अनुरूप इसके न बनने से यह टूट गया। भाजपा नेता बबलू सोनकर ने कहा कि मानक के अनुरूप सड़क नहीं बना है।

नहीं बना श्मशान घाट से रामपुर धनौली तक निकास मार्ग

दोहरीघाट (मऊ) : मुक्तिधाम के श्मशान घाट से रामपुर धनौली तक निकास मार्ग नहीं बना। इससे निरंतर मुक्तिधाम पर जाम लगता है। पूर्व जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने निकास मार्ग बनाने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया था, फिर भी उक्त समस्या की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इससे दाह संस्कार में आने वाले लोगों को निकलने में काफी कठिनाई होती है। मुक्तिधाम पर आने के लिए केवल एक ही मार्ग है, इससे लोग आते-जाते हैं। अगर निकास मार्ग बन जाता तो लोग सीधे दोहरीघाट-आजमगढ़ मार्ग पर चले जाते। श्मशान घाट पर आजमगढ़, बलिया, मऊ के अलावा अन्य जनपदों के लोग उत्तरवाहिनी मां सरयू के पावन तट पर दाह-संस्कार करने आते हैं और यहां पर घंटों रास्ते में फंस जाते हैं।

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