बढ़ी बेड की संख्या, चार नए आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए

जागरण संवाददाता मऊ कोरोना की दूसरी लहर से सबक ले चुका महकमा हर स्तर पर तैयार है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 04:33 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 04:33 PM (IST)
बढ़ी बेड की संख्या, चार नए आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए
बढ़ी बेड की संख्या, चार नए आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए

जागरण संवाददाता, मऊ : कोरोना की दूसरी लहर से सबक ले चुका महकमा हर स्तर पर तैयार है। तीसरी लहर से बचाव के लिए शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग युद्धस्तर पर तैयारी कर रहा है। अध्ययन के मुताबिक जहां तीसरी लहर से बच्चों के प्रभावित होने की आशंका जाहिर की जा रही है, उसके लिहाज से कोपागंज के टडियावं अस्पताल में पहले की अपेक्षा सौ बेड बढ़ा दिए गए हैं।

इसके साथ ही जिला अस्पताल में 30 बेड का पीकू वार्ड भी बनकर तैयार है। दूसरी लहर में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी आक्सीजन को लेकर हुई थी, उससे निपटने के लिए चार आक्सीजन प्लांट भी लगाए जा रहे है। वही अभी कुल 63 आक्सीजन कंसंट्रेटर भी मौजूद है। पहले जहां आईसीयू के 450 बेड थे जिसे बढ़ाकर 550 कर दिया गया है।

कोरोना की दूसरी लहर में जहां कोपागंज के बापू आयुर्वेदिक अस्पताल को एल-1 और परदहां को एल-2 श्रेणी का अस्पताल बनाया गया था। साथ ही वही तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए टडियांव अस्पताल में 100 नए बेड बनकर पूरी तरह तैयार है। सभी बेड पर आक्सीजन युक्त है। इसके साथ ही परदहां में कुल 50 बेड लगे है, जिसमें 20 वेंटिलेटर, दो एचएफएनसी, और 30 आक्सीजन युक्त बेड है। बापू आयुर्वेदिक अस्पताल में 100 आक्सीजन युक्त बेड लगे है। निजी चिकित्सालयों में शारदा नारायण अस्पताल में कुल 100 बेड के साथ चार वेंटीलेटर, 25 आईसीयू और दो एचएफएनसी के बेड है। यह अस्पताल दूसरी लहर में बेहतर रिस्पांस दिया था। नवजीवन अस्पताल घोसी में 40 बेड, इसमें 06 आईसीयू व दो वेंटीलेटर है। फातिमा अस्पताल के सौ बेड में चार वेंटीलेटर और 25 आईसीयू के बेड है। प्रकाश अस्पताल के तीस बेड में 23 आईसीयू व दो वेंटीलेटर है। राहुल अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 20 बेड संरक्षित है। इसमें पांच आईसीयू और दो वेंटीलेटर है वही 63 आक्सीजन कंसंट्रेटर भी लगाए गए है। इसमें परदहां में 25, बापू आयुर्वेदिक अस्पताल में 28, सीएचसी दोहरीघाट व रतनपुरा में पांच-पांच कंसंट्रेटर लगे है। दूसरी तरफ जनपद में चार आक्सीजन प्लांट प्रस्तावित है।

वर्जन

तीसरी लहर से बचाव के लिए आक्सीजन प्लांट के साथ बेड की भी संख्या बढ़ाई गई है। इसमें आइसोलेशन, आइसीयू और वेंटीलेटर के बेड शामिल है। साथ ही आक्सीजन के उत्पादन पर फोकस किया जा रहा है। जनपद में कुल चार आक्सीजन प्लांट प्रस्तावित है। दो बनकर तैयार है और दो अभी पाइप लाइन में है।

-डा. एसएन दूबे, मुख्य चिकित्साधिकारी

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