पोखरी के अवैध कब्जे पर प्रशासन ने चलाया जेसीबी
सोमवार को नगर के बीचो-बीच तालीमुद्दीन इंटर कालेज के पीछे इमलउवा पोखरा के नाम से मशहूर लगभग साढ़े पांच बीघे जमीन पर हो चुके अवैध कब्जे को प्रशासन ने जेसीबी चलाकर मुक्त करा दिया। ो
जागरण संवाददाता, मऊ : सोमवार को नगर के बीचो-बीच तालीमुद्दीन इंटर कालेज के पीछे इमलउवा पोखरा के नाम से मशहूर लगभग साढ़े पांच बीघे जमीन पर हो चुके अवैध कब्जे को प्रशासन ने जेसीबी चलाकर मुक्त करा दिया। लाकडाउन के दौरान पोखरे का लगभग अस्तित्व समाप्त कर भूमाफिया जमीन की प्लाटिग कर बेचने की फिराक में थे।
नगर पालिका क्षेत्र के खालसा उत्तर-दक्षिण टोला के तालीमुद्दीन इंटर कालेज के ठीक पीछे इमलउवा पोखरे का अस्तित्व धीरे-धीरे भूमाफियाओं ने लगभग मिटा डाला था। इससे पहले अनाधिकृत तरीके से पोखरी खाते के नाम की भूमि पर भूमाफियाओं ने अपना नाम डलवा रखा था। प्रकरण संज्ञान में आते ही उपजिलाधिकारी सदर निरंकार सिंह ने अंकित खातेदारों के नाम निरस्त कर गाटे को पुन: पोखरी के नाम दुरुस्त कर दिया। पोखरी खाते की जमीन पर गलत तरीके से दर्ज मिथिलेश, अखिलेश, अमरेश, सर्वेश व अवधेश पुत्रगण देवकीनंदन तथा मुनौवर अली, अनवार अहमद, सरवर अली पुत्रगण हबीबुर्रहमान निवासी प्रेमाराय का नाम अब समाप्त कर दिया गया है। रविवार की देर शाम ईंट गिराकर निर्माण की भनक मिलते ही मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर ने ईंटों को जब्त कर लिया। एसडीएम ने कहा कि जेसीबी बुलाकर अतिक्रमण हटा दिया गया है और पोखरी की खोदाई कराई जा रही है। पोखरी का सीमांकन कराया जा रहा है। जद में आए हर निर्माण को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
किसी भी दशा में भीटा और पोखरे खाते की भूमि की प्रकृति नहीं बदली जा सकती है। यदि कोई ऐसा करता है तो ऐसी भूमि पर बनने वाली आलीशान इमारत भी ध्वस्त कर दी जाएगी।
- निरंकार सिंह, उपजिलाधिकारी, मऊ।