खेत में हो गई है बोआई तो हैरो से समाप्त करें पपड़ी
मौसम की इस मार से किसानों को उबारने को कृषि विभाग उनके साथ खड़ा है। कृषि उपनिदेशक एसपी श्रीवास्तव ने इस मौसम से हर तरह के प्रभावित किसानों के लिए सलाह दी है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : मौसम की इस मार से किसानों को उबारने को कृषि विभाग उनके साथ खड़ा है। कृषि उपनिदेशक एसपी श्रीवास्तव ने इस मौसम से हर तरह के प्रभावित किसानों के लिए सलाह दी है। कृषि उपनिदेशक श्री श्रीवास्तव का कहना है कि यदि खेत में गेहूं की बोआई हो गई है पर पौधा जमीन से बाहर नहीं आया है तो किसान को बेहद सावधान रहना होगा। धूप होते ही ऐसे खेतों की वाह्य सतह कड़ी हो जाएगी। वाह्य सतह पर जमा पपड़ी को हर हाल में हटाना होगा। इसे न हटाया गया तो अंकुरित दाने का पौधा बाहर नहीं आएगा और मर जाएगा। इस पपड़ी को हटाने के लिए किसान हैरो का प्रयोग कर सकते हैं।
उनका आगे बताया कि यदि खेत की बोआई को 21 दिन या अधिक हो गया है तो किसान मौसम साफ होने का इंतजार करें। जैसे ही खेत की मिट्टी में पांव रखना संभव हो, खेत में यूरिया उर्वरक का छिड़काव कर दें। उन्होंने खेत में नमी कम होने के कारण भराई या पलेवा किए जाने के बाद निखार आने पर खेत में हल्का पाटा चलाए जाने की सलाह दी है। अन्यथा की दशा में खेत की ऊपरी सतह कड़ी हो जाएगी। इससे गेहूं के बीज का जमाव प्रभावित होगा। किसान ध्यान दें कि पाटा बस ढेला ही फोड़ने को पर्याप्त हो। उन्होंने ट्रैक्टर या रोटावेटर से पाटा चलाए जाने की दशा में विशेष ध्यान देने को कहा है। इस मौसम के चलते अतिविलंबित बोआई करने वाले किसानों को उन्होंने विलंबित प्रजाति हलना या अन्य के बीज का ही प्रयोग करने की सलाह दी है।