सिपाही की तर्ज पर इंसास राइफल से लैस होंगे होमगार्ड
लाल टोपी लगाकर तिराहे-चौराहों पर तैनात होकर डंडा चलाने वाले होमगार्ड अब सिपाहियों की तर्ज पर इंसास राइफल से लैस रहेंगे।
जागरण संवाददाता, मऊ : लाल टोपी लगाकर तिराहे-चौराहों पर तैनात होकर डंडा चलाने वाले होमगार्ड अब सिपाहियों की तर्ज पर इंसास राइफल से लैस रहेंगे। सिपाहियों की तरह इन्हें भी नियम कानून का सख्ती से पालन करने के लिए आदेश दिया जाएगा। ताकि कानून व्यवस्था पूरी तरह से चुस्त दुरुस्त बनी रहें। जनपद में अब तक 30 होमगार्ड जवानों को प्रशिक्षण देकर दक्ष किया जा चुका है। 470 जवानों को जल्द ही प्रशिक्षण देकर विभिन्न स्थानों पर तैनात कर दिया जाएगा। अभी तक शासन की तरफ से राइफल नहीं आई है, लेकिन इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
जनपद में कुल 1030 होमगार्ड के जवान हैं। इसमें 30 महिला होमगार्ड भी हैं। इस समय 830 होमगार्ड ड्यूटी कर रहे हैं। होमगार्ड की ड्यूटी डीएम, एसपी कार्यालय, थाना, प्रशासनिक, न्यायिक अधिकारी, यातायात, फायर ब्रिगेड सहित करीब 66 स्थानों पर लगाई जाती है। यही नहीं कभी कभार इन्हें पुलिस के साथ संवेदनशील स्थानों पर भी तैनात किया जाता है। अब तक इन्हें डंडा लेकर ही ड्यूटी करनी पड़ती थी। जो प्रशिक्षित होमगार्ड थे उनको थ्री नाट थ्री रायफल प्रदान की जाती थी। संवेदनशील स्थानों व पुलिस के साथ-साथ इनकी सहभागिता भी लगभग बराबर रहती है। यही नहीं तिराहे-चौराहों पर यह 24 घंटे ड्यूटी करते हैं। इन्हें तमाम प्रकार के खतरे भी रहते हैं। ऐसे में शासन ने इन होमगार्डों को दक्ष कर इंसास राइफल देने का निर्णय लिया है। इसके तहत जनपद के सभी होमगार्डों को प्रशिक्षित किया जाना है। प्रथम चरण में तीस जवानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है लेकिन थ्री नाट थ्री से प्रशिक्षित अभी अन्य जवानों को प्रशिक्षित नहीं किया जा सका है। इसकी वजह से इनकी तैनाती संवेदनशील स्थानों पर नहीं लगाई जा रही है। जल्द ही इन्हें प्रशिक्षित कर दक्ष बना दिया जाएगा।
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होमगार्ड के जवान हर स्थितियों में जगह-जगह तैनात किए जाते हैं। ऐसे में इनकी सुरक्षा के लिए इंसास राइफल देना अनिवार्य है। पहले इनको प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद इन्हें इंसास राइफल से लैस कर ड्यूटी लगाई जाएगी।
-गुलाब सिंह, सहायक कमांडेंट, होमगार्ड