जिला अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों को मिला पीपीई किट
जागरण संवाददाता मऊ जिला अस्पताल में मंगलवार को रोज की अपेक्षा नजारा कुछ अलग देखने को मि
जागरण संवाददाता, मऊ : जिला अस्पताल में मंगलवार को रोज की अपेक्षा नजारा कुछ अलग देखने को मिला। इमरजेंसी से लेकर दूसरे तल पर काम करने वाले सभी स्वास्थ्यकर्मी पीपीई किट पहने नजर आए। अभी तक अस्पताल को नान कोविड का बताकर किसी भी कर्मी को संक्रमण से बचाव के लिए कोई संसाधन नहीं दिया जा रहा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में आधा दर्जन कर्मियों के संक्रमित होने व एक कर्मी के मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन नींद से जगा और ड्यूटी में लगे कर्मियों को पीपीई किट दिया। हालांकि इस दौरान मरीजों के साथ आए तीमारदार अभी भी लापरवाह दिखे। न तो किसी के चेहरे पर मास्क था वही भर्ती मरीज के पास ही लोग भीड़ लगाकर खड़े थे।
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सरकारी और निजी सहित कुल छह अस्पताल बनाए गए है, जहां इनका इलाज चल रहा है। वही दूसरी लहर के बाद बाद से अप्रैल माह के अंत में अस्पताल की ओपीडी भी बंद कर दी गई थी। ऐसे में जिले भर से आने वाले मरीजों की इमरजेंसी में भरमार हो गई। एक तरफ इमरजेंसी में कोविड मरीजों के उपचार के दवाब बनाया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा था कि जिला अस्पताल नान कोविड है। इसका परिणाम था कि यहां कोविड मरीजों का उपचार करने के बाद भी किसी कर्मी को संक्रमण से बचाव के लिए कोई संसाधन नहीं मिला था। जिससे अस्पताल के एक फार्मासिस्ट की कोरोना से मौत हो गई। वही करीब आधा दर्जन कर्मी संक्रमण की चपेट में आ गए। सूत्रों की माने तो इसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने सुरक्षा संसाधन नहीं मिलने से इलाज करने से मना कर दिया था। इसके बाद अस्पताल ने कर्मियों को संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराया।