बे मोल हो गई हरी सब्जियां, किसान परेशान

लाकडाउन ने किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 07:14 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 07:14 PM (IST)
बे मोल हो गई हरी सब्जियां, किसान परेशान
बे मोल हो गई हरी सब्जियां, किसान परेशान

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : लाकडाउन ने किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानों द्वारा कड़ी मेहनत करके अपने खेतों में हरी सब्जियों को तैयार किया गया। इसके बाद जब सब्जियां पूरी तरह से तैयार हो गई तो देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 पूरी तरह से फैल गई। देश में लाकडाउन लग गया। किसान अपने खेतों से हरी सब्जी को निकाल कर सब्जी मंडी मुहम्मदाबाद गोहना लाकर औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं।

हरी सब्जियों में नेनुआ, लौकी, कोहड़ा (सीताफल), बैगन, टमाटर आदि को लेकर किसान जब सब्जी मंडी में पहुंच रहे हैं तो यह सब्जियां जल्दी नहीं बिक पा रही हैं। इसका मुख्य कारण लाकडाउन है। सब्जी मंडी में ग्राहक सब्जी खरीदने नहीं पहुंच रहे हैं। वलीदपुर, भीरा, कोइरियापार, भातकोल, कोठिया, गालिबपुर आदि क्षेत्रों से सब्जियों को लेकर आए किसान दोपहर तक सब्जी मंडी में बैठकर बेचने के लिए ग्राहकों को निहारते रहते हैं। सब्जियों को 10 रुपये से 15 रुपये किग्रा के हिसाब से बेचने को मजबूर हैं।

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कड़ी मेहनत से इस तेज धूप में सब्जियों को तैयार किया जाता है। सब्जियों को सुबह खेतों से निकालकर तोड़कर टोकरी में रखकर सब्जी मंडी लाया जा रहा है, लेकिन लाकडाउन की वजह से बिक्री नहीं हो पा रही है। मजबूरी में हम औने पौने दाम में बेच कर अपना व अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं।

सुखई, किसान भीरा वलीदपुर।

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सब्जी को तैयार करने के लिए दिन रात पसीना बहाते हैं। इतनी कड़ी मेहनत के बाद तैयार हुई सब्जियों पर लाकडाउन ने ग्रहण लगा दिया है। लौकी, नेनुआ, बैगन आदि को 30 रुपये में पांच किलो या इससे भी कम दाम में बेचकर किसी तरह अपना परिवार चला रहे हैं।

इम्तियाज, किसान वलीदपुर ।

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