हर बेरोजगार के रोजगार की सरकार ले जिम्मेदारी
विभिन्न सामाजिक एवं श्रमिक संगठनों की ओर से गुरुवार को बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर शहर के आजमगढ़ मोड़ से भीटी तक पैदल मार्च निकाला गया। इस दौरान सरकार से हर बेरोजगार के लिए रोजगार की जिम्मेदारी लेने की सरकार से मांग की गई।
जागरण संवाददाता, मऊ : विभिन्न सामाजिक एवं श्रमिक संगठनों की ओर से गुरुवार को बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर शहर के आजमगढ़ मोड़ से भीटी तक पैदल मार्च निकाला गया। इस दौरान सरकार से हर बेरोजगार के लिए रोजगार की जिम्मेदारी लेने की सरकार से मांग की गई। शिक्षा एवं स्वास्थ्य के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग भी जोर-शोर से उठाई गई।
भीटी स्थित डा.भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास सभा में सामाजिक कार्यकर्ता कार्यकर्ता अरविद मूर्ति ने कहा कि इस वक्त दुनिया का सबसे युवा देश भारत है। इसकी आबादी का 50 प्रतिशत 35 साल के युवाओं का है, जो बेरोजगार हैं। भारत जैसे विकासशील देश में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी संरचनाओं को सरकारों ने निजी हाथों में सौंप दिया है जो संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। संविधान सम्मान मार्च में सैकड़ों की संख्या में छात्र, युवा, अध्यापक, अधिवक्ता और नागरिक समाज के लोग हाथों में तख्तियां लिए चल रहे थे। इसमें बहुजन सामाजिक चेतना मंच, इंनौस, इंकलाबी कामगार यूनियन, एससी-एसटी बेसिक शिक्षक महासंघ आदि से जुड़े लोग शामिल थे। इस अवसर पर प्रोटान के अध्यक्ष राजेश वर्मा, डा.देवेंद्र चौहान, वीरेंद्र कुमार, बंसत कुमार, शम्सुलहक चौधरी, मनोज कुमार, रमेश चौहान, जिवधन यादव, बृकेश, आसिफ अहमद आदि उपस्थित थे।