कर्मकांड नहीं है कन्या पूजन, जीवन में उतारने की जरूरत

कन्यापूजन को मात्र कर्मकांड तक ही सीमित ना रखें बल्कि इसे अपने जीवन उतारें तब जाकर समाज से बुराइयां खत्म होंगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 08:43 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:43 AM (IST)
कर्मकांड नहीं है कन्या पूजन, जीवन में उतारने की जरूरत
कर्मकांड नहीं है कन्या पूजन, जीवन में उतारने की जरूरत

जागरण संवाददाता, मऊ : कन्यापूजन को मात्र कर्मकांड तक ही सीमित ना रखें, बल्कि इसे अपने जीवन उतारें, तब जाकर समाज से बुराइयां खत्म होंगी। केवल किसी विशेष अवसरों पर महिलाओं व कन्याओं का पूजन करना, उन्हें सम्मान देना हमारा धर्म नहीं है, बल्कि इन्हें हर पल, हर जगह व हर मोड़ पर इनका साथ देना, इनके मान-सम्मान की रक्षा हमारा धर्म है। यह भाव जब अपने बच्चों में पैदा किया जाएगा तब ऐसे आयोजन की सार्थकता सिद्ध होगी। यह बातें शनिवार को रतनपुरा ब्लाक के होरो के महठिया गांव में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित कन्या पूजन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक व मुख्य वक्ता श्रीप्रकाश ने कही।

थानाध्यक्ष हलधरपुर डीके श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति के अभियान को यह कार्यक्रम और भी सार्थक बनाते हुए मजबूती दे रहा है। उन्होंने सरकार द्वारा चलाए गए विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों के बाबत विधिवत जानकारी दी। कहा कि किसी भी मुसीबत में जब कोई भी नंबर ना याद आए तो सीधे आप 112 नंबर डायल कर अपनी समस्या का समाधान करा सकती हैं। परिषद की प्रांतीय प्रकल्प प्रमुख डा.अलका राय ने महिला शक्ति व कार्यक्रम के उद्देश्य के बाबत जानकारी दी। इसके पूर्व कन्याओं का दूध व पानी से पैर धुलकर तथा नौ देवियों के रूप में उन्हें तैयार कर उन्हें फल, दक्षिणा आदि प्रदान कर उनकी आरती उतारी गई। इस कार्यक्रम ने समाज में समरसता कायम रखने का संदेश दिया। कार्यक्रम में विभाग संघचालक रामप्रताप सिंह, डा.अरविद श्रीवास्तव, संजय जायसवाल, डा.एसएन राय, रवीश तिवारी, पुष्पा जायसवाल, ममता जायसवाल, मोनिका तिवारी, अनुभूति तिवारी, सुमन पांडेय, ऋतिका राय, गिरिजाशंकर यादव, मुन्ना खरवार, रामप्रवेश, जयनाथ प्रजापति, पारस यादव, अशोक यादव, रामअवध यादव, भगवान पटेल आदि शामिल थे।

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