सजे माता के दरबार आज पूजी जाएंगी मां आदिशक्ति

ऋतुओं के संधिकाल में महाशक्ति की आराधना साधना उपासना का महाप

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 03:51 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 08:36 PM (IST)
सजे माता के दरबार आज पूजी जाएंगी मां आदिशक्ति
सजे माता के दरबार आज पूजी जाएंगी मां आदिशक्ति

जागरण संवाददाता, मऊ : ऋतुओं के संधिकाल में महाशक्ति की आराधना, साधना, उपासना का महापर्व वासंतिक नवरात्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। देवी साधना के इस महापर्व और भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर इस बार भी कोरोना महामारी रफ्तार पकड़ रहा है। पिछली बार कोरोना की वजह से भक्त देवी पूजन के लिए मां के दरबारों में नहीं जा सके थे लेकिन इस बार शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालु मंदिरों में मत्था टेकेंगे। नवरात्र पर घर-घर कलश स्थापना कर धार्मिक अनुष्ठान किया जाएगा। इसे लेकर सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यही नहीं बाजारों में पूजन सामग्री की दुकानें सज गई हैं।

मां आदिशक्ति की आराधना व पूजा के लिए नगर के शीतला माता मंदिर, मां वनदेवी धाम, दोहरीघाट स्थित मातेश्वरी धाम, कोरौली दुर्गा मंदिर, मां कोयल मर्याद भवानी मंदिर, मधुबन के मां शारदा पीठ मैहर मंदिर, फातिमा चौक स्थित मां दुर्गा मंदिर, मां सिद्धेश्वरी मंदिर समेत ग्राम-ग्राम में स्थित छोटे-बड़े देवी मंदिरों में साफ-सफाई कर ली गई है। मंगलवार से मंदिर समिति के लोगों द्वारा मंगला आरती की जाएगी। पूरी तरह से देवी मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिरों में शारीरिक दूरी की व्यवस्था की गई है। जगह-जगह पूजन-अर्चन के लिए देवी मंदिरों के बाहर नारियल चुनरी की दुकानें सज गई हैं। आजमगढ़ मोड़ स्थित सिद्धेश्वरी मंदिर व फातिमा मोड़ स्थित दुर्गा मंदिर के बाहर भी नारियल-चुनरी की दुकानें कई दिनों से सजी हुई हैं। यहां खरीदारी भी शुरू हो गई है। फल की दुकानें भी सज गई है लेकिन फलाहारी सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। हालांकि इस वर्ष मंदिरों की तरफ लोगों का रुझान अधिक देखा जा रहा है। नौ दिन तक नवरात्र रखने वाले लोग लगातार व्रत रहेंगे जबकि चढ़ती उतरने वाले लोग मंगलवार को व्रत रहेंगे। उसके बाद अंतिम दिन व्रत रहेंगे।

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