आज से जनपद की सीमाएं पूरी तरह सील, आवगमन ठप

लॉकडाउन के दौरान लोगों को दी गई सुविधाओं के नाजायज उपयोग की शिकायतों को देखते हुए जिला प्रशासन अब काफी सख्त हो गया है। यह सख्ती गुरुवार से नजर आएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 07:36 PM (IST) Updated:Thu, 09 Apr 2020 06:07 AM (IST)
आज से जनपद की सीमाएं पूरी तरह सील, आवगमन ठप
आज से जनपद की सीमाएं पूरी तरह सील, आवगमन ठप

जागरण संवाददाता, मऊ : लॉकडाउन के दौरान लोगों को दी गई सुविधाओं के नाजायज उपयोग की शिकायतों को देखते हुए जिला प्रशासन अब काफी सख्त हो गया है। यह सख्ती गुरुवार से नजर आएगी। जिला प्रशासन गुरुवार से जनपद की सीमा को पूरी तरह से सील कर देगा। अब किसी भी प्रकार के वाहन या पैदल का आवागमन नहीं हो सकेगा। जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने पड़ोसी जनपदों गाजीपुर और आजमगढ़ में कोरोना संक्रमण के पाजिटिव केसों को देखते हुए यह कदम उठाने का फैसला किया है। उन्होंने पड़ोसी जनपदों से रोज आकर जिले में ड्यूटी करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी चेता दिया है कि वे गुरुवार से शहर में अपने रुकने की व्यवस्था कर लें, अब किसी भी तरह की छूट नहीं दी जा सकती। सिर्फ आवश्यक उपभोग की सामग्री लेकर आने वाले बड़े वाहन ही सीमा में प्रवेश कर सकेंगे। बुधवार की शाम को कलेक्ट्रेट में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने यह जानकारी दी।

जिलाधिकारी ने कहा कि अत्यावश्यक कार्यों हेतु जारी पासों के अलावा सभी पास निरस्त कर दिए गए हैं। गुरुवार से निजी एंबुलेंस भी सड़क पर नहीं चल सकेंगे। क्योंकि निजी एंबुलेंस के दुरुपयोग की भी शिकायतें आ रही थीं। यदि वास्तव में कोई बीमार है तो 108 या 102 नंबर डायल करके निश्शुल्क सुविधा वाली सरकारी एंबुलेंस को बुला सकता है। यही नहीं दवा की दुकानों का समय भी निर्धारित कर दिया गया है। दवा की दुकानें भी अब दिन में केवल 10 बजे से 4.00 बजे तक ही खुल सकेंगी। इससे देर तक उन्हीं दवा की दुकानों को खोलने की इजाजत दी जाएगी जो होम डिलीवरी की सुविधा देना सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए उन्हें अनुमति पास बनवाना होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि खाद्यान्न वितरण की आड़ में हो रही सोशल डिस्टेंशिग के उल्लंघन को भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्वयंसेवी संस्थाएं जो सहयोग करना चाहती हैं, तहसील प्रशासन को खाद्यान्न उपलब्ध कराएं। बैंकों व दुकानों पर सोशल डिस्टेंशिग मेंटेन करने के लिए स्काउट-गाइड व पीआरडी के जवानों की सेवाएं लेने की बात उन्होंने बताई।

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