कृषक एक्सप्रेस में लगी आग, बाल-बाल बचे यात्री
चकरा हाल्ट व इंदारा जंक्शन के बीच रोकी गई ट्रेन अफरा-तफरी - बकराबाद के पास एक ट्यूबवेल से बुझाई गई आग - आधा घंटा तक वहीं रुकी रही ट्रेन दहशत में रहे यात्री
जागरण संवाददाता, इंदारा (मऊ) : लखनऊ से वाराणसी मंडुआडीह जाते समय बुधवार की सुबह लगभग 10 बजे इंदारा जंक्शन के आउटर से पहले बकराबाद गांव के समीप अचानक कृषक एक्सप्रेस के एस-7 कोच में आग लग गई। तेज धुआं निकलने व लपटें दिखाई देने पर यात्रियों में हड़कंप मच गया। कृषक एक्सप्रेस को बकराबाद गांव के पास ही रोक दिया गया। जहां एक ट्यूबवेल से पानी लाकर कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों व यात्रियों ने आग पर काबू पाया। इस दौरान बोगी के शौचालय की गली की छत व दीवार जल गई।
किड़िहरापुर रेलवे स्टेशन से कृषक एक्सप्रेस जैसे ही आगे बढ़ी, एस-7 बोगी में शौचालय के पास से लोगों को धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। जैसे ही ट्रेन की स्पीड बढ़ी धुएं की रफ्तार भी बढ़ गई और लपटें भी दिखने लगीं। दहशत में आकर यात्री चिल्लाने लगे। अफरा-तफरी के बीच किसी यात्री ने जंजीर खींच दी और ट्रेन इंदारा जंक्शन के आउटर से पहले बकराबाद गांव के पास खड़ी हो गई। ग्रामीण फौरन मदद में आगे आ गए। मौके पर मौजूद बेचू चौहान ने समीप ही स्थित अपने ट्यूबवेल से फौरन पाइप को जोड़ा और आग बुझाने में लग गए। यात्रियों और ग्रामीणों की सूझबूझ और प्रयास से फौरन ही आग पर काबू पा लिया गया। इधर, आग की जानकारी मिलते ही मऊ जंक्शन पर जीआरपी व आरपीएफ सतर्क हो गई और टीमें फौरन मौके पर रवाना हो गईं। मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंची, लेकिन तब तक आग पर काबू पा लिया गया था। सूचना मिलते ही कोपागंज के थानाध्यक्ष विनोद सोनकर भी पहुंच गए थे। आरपीएफ प्रभारी डीके राय ने बताया कि मऊ जंक्शन पर सुरक्षा जांच के बाद कृषक एक्सप्रेस को वाराणसी के लिए रवाना किया गया। लगभग 45 मिनट तक ट्रेन का संचालन प्रभावित रहा।
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आग के कारणों की होगी जांच
आग किन कारणों से लगी, इसका ठीक-ठीक पता अभी नहीं चल पाया है। यात्रियों में से कोई इसे शार्ट सर्किट तो कोई सिगरेट पीकर फेंकने से लगी आग मान रहा था। आरपीएफ प्रभारी डीके राय ने कहा कि जांच के बाद ही पता चल पाएगा की आग किन कारणों से लगी थी।
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ट्यूबवेल नहीं होता तो हो सकती थी बड़ी घटना
जागरण संवाददाता, अदरी (मऊ) : लखनऊ-वराणसी कृषक एक्सप्रेस में शार्ट-सर्किट से स्लीपर कोच एस-7 में आग लगने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। लोगों का कहना था कि यह संयोग ही था कि पास में ही ट्यूबवेल था, अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। सूचना मिलते ही आरपीएफ चौकी प्रभारी सुधीर कुमार राय बड़ी संख्या में अपने दल-बल के साथ पहुंच गए। आग बुझाने में हरिश्चंद्र आजाद, रमेश राजभर, धर्मेंद्र राजभर, अरविद, भोला चौहान, गोरख चौहान, दीप चौहान, हनुमान आदि दर्जनों ग्रामीणों व यात्रियों ने सहयोग किया।
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