72 घंटे बाद भी नहीं बन सका फाल्ट

बिजली विभाग के अधिकारियों की उदासीनता उपभोक्ताओं पर भारी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 05:47 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 05:47 PM (IST)
72 घंटे बाद भी नहीं बन सका फाल्ट
72 घंटे बाद भी नहीं बन सका फाल्ट

जागरण संवाददाता, थानीदास (मऊ) : बिजली विभाग के अधिकारियों की उदासीनता उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही हैं। सरकारी के आदेश का बिजली विभाग के अधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं है। टेसूपार सब स्टेशन से संबंधित बहरामपुर, नोनारी, बनियापार, मंझरिया, घोट्ठा, पिड़सुई आदि दर्जनों गांवों में पिछले 72 घंटे से आपूर्ति की राह में लोकल फाल्ट बाधा बन हुआ है। मामूली खराबी को भी ठीक करने में कई दिन लग जा रहे हैं। सुविधा शुल्क देने के बाद भी सब स्टेशन की परिक्रमा करनी पड़ती है।

फाल्ट हो भी क्यों न जब पांच दशक पुराने विद्युत तार व खंभे के सहारे आज भी आपूर्ति हो रही है। आए दिन होने वाले फाल्ट को सही करने के लिए समयावधि निर्धारित नहीं की गई है। फाल्ट ठीक करने के लिए विद्युत उपकेंद्र कार्यालय का सुबह-शाम चक्कर लगाना पड़ता है। इसके बाद भी फाल्ट ठीक नहीं हो पा रहा है। विद्युत केंद्र पर तैनात अभियंता सब स्टेशन आते ही नहीं है, फोन से भी शिकायत करने पर भी लोगों की कोई सुनवाई नहीं होती। कारण यह है कि अधिकारी जब स्वयं नहीं आएंगे तो संविदा पर रखे गए लाइनमैन अधिकारियों की सुनने को तैयार नहीं हैं। विद्युत उपभोक्ता जो हर महीने विद्युत बिल का भुगतान कर रहा है, वह दुखी है। कटिया कनेक्शन वालों को इसलिए कम कष्ट हो रहा है कि उन्हें बिल का भुगतान नहीं करना पड़ता। उनका कहना है कि सुविधा शुल्क भले ही लिया जाए लेकिन शिकायत दर्ज कराने के बाद फाल्ट दूर हो जाए। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जर्जर तार बदल दिया जाए तो फाल्ट की आधी समस्या दूर हो जाएगी।

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