मवेशियों से फसलों के नुकसान पर किसानों का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता मऊ कोपागंज ब्लाक के एकौना पशु आश्रय स्थल से मवेशी बाहर निकलकर किसानो
जागरण संवाददाता, मऊ : कोपागंज ब्लाक के एकौना पशु आश्रय स्थल से मवेशी बाहर निकलकर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोमवार की सुबह आश्रय स्थल के पास चार गांवों के किसानों ने प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि एक सप्ताह के अंदर व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे आत्मदाह को बाध्य होंगे।
किसानों का कहना है कि जबसे आश्रय स्थल का निर्माण हुआ है, तबसे अनवरत किसानों का नुकसान हो रहा है। एक समय यह पूरा क्षेत्र दलहन और तिलहन से परिपूर्ण होता था, लेकिन मवेशियों के बाहर निकलने से किसान इन फसलों की बोआई से तौबा कर चुके हैं। अब हालत यह है कि लगातार बढ़ती महंगी लागत से धान और गेहूं का भी नुकसान हुआ है। शिकायत के बाद भी ब्लाक के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं किसान रतजगा करने को मजबूर हैं। जिन लोगों की निर्भरता सिर्फ खेती पर है, उनको अनाज के लाले पड़ गए हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के अंदर आश्रय स्थल के बारे को व्यवस्थित नहीं किया गया तो वे यहीं पर सामूहिक आत्मदाह करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में सभापति, पंकज, सचिन, अभिषेक, हरेराम, अनिल, राकेश, प्रेमा, मुन्ना आदि शामिल थे। ग्राम सचिव कृष्ण कुमार के अनुसार शासन से पिछले चार माह से एक भी पैसा नहीं मिला है, ऐसे में व्यवस्था को सही रखना संभव नहीं है। वहीं खंड विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम ने कहा कि आश्रय स्थल से मवेशी बाहर नहीं निकलने चाहिए। किसानों को लेकर सरकार गंभीर है, उनका नुकसान नहीं होना चाहिए।
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विद्युत कर्मियों ने किया प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी
जागरण संवाददाता, मऊ : राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंड एक्ट 2021 और निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए हाइडिल पर सोमवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की। चेतावनी दी कि अगर इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंड बिल वापस नहीं लिया गया तो तीन से 04 अगस्त को पूर्वी क्षेत्र, 5 अगस्त को पश्चिमी क्षेत्र एवं 6 अगस्त को दक्षिणी क्षेत्र के बिजली कर्मी दिल्ली में श्रम शक्ति भवन पर सत्याग्रह करेंगे।