पुलिस सुधार कानून करें लागू या दें इच्छा मृत्यु की इजाजत
रानीपुर थाने पर तैनात आरक्षी राहुल दुबे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। उनका कहना है कि अंग्रेजों द्वारा हम पर शासन करने के लिए 1
जागरण संवाददाता, मऊ : रानीपुर थाने पर तैनात आरक्षी राहुल दुबे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। उनका कहना है कि अंग्रेजों द्वारा भारतीयों के दमन के लिए 1861 में बनाया गया पुलिस एक्ट आज भी लागू है। इस एक्ट के तले हम सभी स्वयं को आज भी शासित ही महसूस करते हैं। उनके अनुसार पुलिस में आने के बाद ऐसा महसूस होता है कि हम उसी कानून के हिस्से हैं जो कानून महान देशभक्त लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, भगत सिंह जैसे अमर शहीद क्रांतिकारियों की शहादत का जिम्मेदार है। इस विचार मात्र से अपराध-बोध सा महसूस होने लगा है। यह कानून पुलिसकर्मियों को ठीक से जीने की इजाजत तो नहीं देता, अपनी इच्छा से मरने की आजादी तो दे सकता है।
श्री दुबे ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि एक राष्ट्रवादी सरकार के मुखिया होने के नाते या तो वह अंग्रेजों द्वारा बनाए कानून से मुक्ति दिलाकर 2006 में हुए पुलिस सुधार कानून को लागू करें या फिर उन्हें मृत्यु के वरण का आदेश दें।
भदोही जनपद के औराई निवासी राहुल दुबे का कहना है कि वर्ष 2015 में पुलिस में भर्ती हुए थे। श्री दुबे के पिता प्रकाशचंद दुबे स्वास्थ्य विभाग में लैब टेक्निशियन, बड़े भाई सब इंस्पेक्टर और छोटे भाई इंजीनियर हैं। फिलहाल राहुल गुरुवार को तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बाराबंकी रवाना हो गए हैं।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य से इस संबंध में जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह प्रत्येक महीने सैनिक सम्मेलन में सबकी समस्याएं जानने का प्रयास करते हैं। राहुल लौटेंगे तो उनसे उनकी समस्या के बारे में जानने का प्रयास किया जाएगा।