खटारा वाहन व अधिकारियों की कमी बनेगी फजीहत

जागरण संवाददाता, मऊ : गर्मी बढ़ते ही अग्निकांडों का भय लोगों को सताने लगा है। गर्मी के सीजन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Mar 2018 10:29 PM (IST) Updated:Tue, 20 Mar 2018 10:48 PM (IST)
खटारा वाहन व अधिकारियों की कमी बनेगी फजीहत
खटारा वाहन व अधिकारियों की कमी बनेगी फजीहत

जागरण संवाददाता, मऊ : गर्मी बढ़ते ही अग्निकांडों का भय लोगों को सताने लगा है। गर्मी के सीजन में प्रतिवर्ष सैकड़ों एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जहां जलकर खाक हो जाती है वहीं सैकड़ों लोग भी बेघर हो जाते हैं। अब सीमित संसाधनों के दम पर ही अग्निशमन विभाग इस चुनौती से निपटने की तैयारी में लगा है। इसके लिए घोसी, मधुबन व मुहम्मदाबाद गोहना में संबंधित थानों पर अस्थायी फायर स्टेशन बना दिया गया है। यहां विभाग द्वारा वाहनों के भी प्रबंध कर दिए गए हैं। जहां से किसी आपात स्थिति में यह वाहन अगलगी की घटनाओं पर अंकुश लगाने को मौजूद होंगे।

प्रतिवर्ष शार्ट-र्सिकट के चलते अधिकतर अगलगी की घटनाएं घटित होती हैं। आलम यह होता है कि सैकड़ों लोग बेघर हो जाते हैं। इसके पीछे कहीं शार्ट र्सिकट कारण बनती है तो कहीं आग। सैकड़ों लोगों को खुले आसमान के नीचे जीवन गुजर-बसर करना पड़ता है। हालांकि अग्निशमन विभाग व प्रशासन दावे तो तमाम करता है, शासन भी आए दिन दावे करता रहता है परंतु ऐसी घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पाता। आलम यह है कि विभाग में दो दीवान, एक एसएफओ व एक एसएफओ के पद खाली हैं। इसके पीछे कारण है विभाग की उदासीनता। अग्निशमन विभाग के पास अगलगी के घटनाओं से निपटने के लिए दो फायर ट्रेंडर सहित तीन छोटे वाहन मौजूद हैं वह भी पुराने। किसी तरह इन पुराने वाहनों को संभालकर विभाग काम चलाता है परंतु जरूरत है इस तकनीकी के जमाने में अत्याधुनिक वाहनों की। साथ ही जनपद मुख्यालय सहित तहसीलों पर हाइड्रेंट की व्यवस्था हो ताकि जरुरत पड़ने पर वाहनों में पानी भरा जा सके। इनसेट--

मुहम्मदबाद व मधुबन में ट्यूबवेल बनेंगे सहारा

प्रतिवर्ष जनपद अगलगी की विभिषिका का शिकार होता है परंतु तहसील मुख्यालयों पर एक हाइड्रेंट भी नहीं बनाए जा सके। अगलगी की ²ष्टि से सबसे संवेदनशील मधुबन व मुहम्मदाबाद गोहना में ट्यूबवेल ही सहारा बनेंगे। अगलगी की घटना पर वाहनों में ट्यूबवेल से ही पानी भरा जाएगा। वर्जन--

अग्निशमन विभाग की तैयारी पूरी है। इसके लिए मुख्यालय व घोसी में बड़े वाहन तथा मुहम्मदाबाद गोहना व मधुबन में छोटे वाहनों की तैनाती की गई है। सभी र्किमयों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है।

- सुभाष कुमार, सीएफओ।

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