मुक्ति के लिए कराह रहे दोहरीघाट के चार बड़े नाले

नंबर गेम - 11 वार्डों में फैला है दोहरीघाट नगर पंचायत 30 नालियों की सफाई का चल र

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:13 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:13 PM (IST)
मुक्ति के लिए कराह रहे दोहरीघाट के चार बड़े नाले
मुक्ति के लिए कराह रहे दोहरीघाट के चार बड़े नाले

नंबर गेम -

11 : वार्डों में फैला है दोहरीघाट नगर पंचायत

30 : नालियों की सफाई का चल रहा है कार्य

05 : वर्ग किलोमीटर में बसा दोहरीघाट

15 : हजार के लगभग है दोहरीघाट की आबादी

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जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : पौराणिक सरयू नदी के तट पर बसे दोहरीघाट को एक नगर से ज्यादा दो-हरियों के मिलन और मुक्ति धाम के लिए जाना जाता है लेकिन सफाई की यहां ऐसी लचर व्यवस्था है कि नालियां व नाले अतिक्रमण और गंदगी से कराह रहे हैं। नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही से यहां नालियां जहां अतिक्रमण से बजबजा रही हैं तो वहीं चार बड़े नालों की सफाई तो दूर अब तक टेंडर भी नहीं किया जा सका है। बरसात के पहले नालों की सफाई नहीं होने से जगह-जगह नालियां जाम पड़ी हैं। नगर प्रशासन सफाई के प्रति उदासीन है। गंदगी और जलजमाव की समस्या के चलते अगल-बगल संक्रामक रोग फैलाने का खतरा बढ़ता जा रहा है। जगह-जगह नाला जाम है। अहिरौठी वार्ड का पानी नाले में न जाकर लोगों के घरों के आस-पास एकत्र हो रहा है। चौक से सोनकर बस्ती होकर नदी की तरफ जाने वाला नाला अतिक्रमण का शिकार है। अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है और नगर प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। चौक से जानकी घाट की तरफ जाने वाला नाला भी पूर्ण रूप से जाम पड़ा है। साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। नागेंद्र यादव के घर से नदी तक जाने वाला नाला भी पुलिया के बाद जाम हो गया है, जिससे पानी सरयू नदी के तरफ नहीं बह रहा है। जगह-जगह रुक रहा है। नगर क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक पोखरी हैं लेकिन अधिकांश निजी पोखरियां हैं। बरसात में पोखरियों के भरते ही पानी नगर क्षेत्र की सड़कों पर लबालब हो जाता है। उपजिलाधिकारी सीएल सोनकर ने कहा कि बरसात से पहले नालियों की सफाई हो जानी चाहिए थी। यदि नालियां साफ नहीं हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी। दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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प्रतिक्रिया ..

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कई नाले वर्षों से जाम पड़े हैं। पुलिस बूथ से नटवीर बाबा के स्थान होते हुए नदी की ओर जाने वाले नाले की भी स्थिति खराब है। नाले के माध्यम से जलनिकासी न होने से नालियों का पानी क्षेत्र के लोगों के निजी खेतों में एवं सड़कों पर फैल रहा है। इससे लोगों को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है।

- सतीश यादव ।

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रेलवे स्टेशन रोड के किनारे बनी नालियों की हालत काफी खराब है। हर तरफ गंदगी बजबजा रही है। शासन की मंशा के अनुरूप साफ-सफाई व्यवस्था नहीं है। कहने के बावजूद नगर प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता है। कभी भी संक्रामक रोग फैल सकता है। छोटी शाही मस्जिद से सोनकर बस्ती होकर जो नाला बना है वह जाम है।

- अरविद सोनकर।

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फोटो -24

चौक से जानकी घाट तक नाला जाम है। पानी की समुचित निकासी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। साफ सफाई नहीं है। मल्लाह बस्ती के पानी की भी निकासी और नाले की सफाई नहीं हो रही है। इससे लोगों का जीना दूभर हो गया है।

- ओमप्रकाश गुप्ता, दोहरीघाट।

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फोटो -25

नाले और नालियों की सफाई जमीन पर कम और कागजों पर ज्यादा होती है। दलित बस्ती में नाला जाम होने से जीवन नारकीय हो गया है। मच्छरों का प्रकोप दिन-रात बढ़ रहा है। संक्रामक रोग फैलने का खतरा मंडरा है। नाले की साफ-सफाई अर्से से नहीं हुई है। नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही से लोग परेशान हैं।

- सचिन चौरसिया, दोहरीघाट। ----------------

वर्जन ..फोटो .26..

इस वर्ष भी सभी नालों की सफाई की पूरी तैयारी है। 11 वार्डों में लगभग 30 छोटी नालियां और चार बड़े नाले हैं। मजदूरों के माध्यम से छोटी नालियों की सफाई का कार्य प्रतिदिन चल रहा है। बरसात इस वर्ष पहले आ जाने से कहीं-कहीं समस्या आई है। नागरिकों को भी कूड़ा नालियों अथवा नालों में फेकने से बचना होगा।

- बेदाना सोनकर, चेयरमैन, दोहरीघाट नगर पंचायत। .......

फोटो ..27..

चार बड़े नालों की सफाई का टेंडर फिलहाल नहीं हो पाया है। टेंडर के अनुमोदन के लिए पत्रावली जिलाधिकारी के यहां भेजी गई है। छोटी नालियों की सफाई की जा रही है। धनाभाव के चलते भी सफाई कार्य में समस्या उत्पन्न हुई है। राज्य वित्त से दैनिक मजदूरी के आधार पर सफाई का कार्य किया जा रहा है। एक सप्ताह में नगर के अधिकांश मझले व बड़े नाले साफ कर लिए जाएंगे।

- ऋचा सिंह, अधिशासी अधिकारी, दोहरीघाट नपं।

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