45 घंटे से अंधेरे में दर्जनों, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
मुहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र में रेलवे लाइन पर हाईटेंशन तार की भूमिगत केबिल में ब्लास्ट हो जाने से चिरैयाकोट व भुसुआ उपकेंद्र पर विद्युत आपूर्ति ठप है। इसके चलते भुसुआ उपकेंद्र के दर्जनों गांवों के सैकड़ों घरों में बीते दो दिनों से अंधेरा पसरा हुआ है। दो दिन से बिजली आपूर्ति न होने से पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। सोमवार को इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र पर पहुंचकर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।
केजागरण संवाददाता, रानीपुर (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र में रेलवे लाइन पर हाईटेंशन तार की भूमिगत केबिल में ब्लास्ट हो जाने से चिरैयाकोट व भुसुवां उपकेंद्र पर विद्युत आपूर्ति ठप है। इसके चलते भुसुवां उपकेंद्र के दर्जनों गांवों के सैकड़ों घरों में बीते दो दिनों से अंधेरा पसरा हुआ है। दो दिन से बिजली आपूर्ति न होने से पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। सोमवार को इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र पर पहुंचकर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।
ब्लाक क्षेत्र के भुसुआ विद्युत उपकेंद्र से क्षेत्र के याकूबपुर, दतौली, मंडूसरा, भुसुवां, किन्नूपुर, गोपालपुर सहित दर्जनों गांवों में विद्युत आपूर्ति की जाती है। शनिवार की रात से केबिल जल जाने के कारण विगत 45 घंटों से आपूर्ति गुल है। इससे आजिज आकर ग्रामीणों ने सोमवार की शाम उपकेंद्र पर पहुंच कर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और जमकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय उपेक्षा का आलम यह है कि विगत 45 घंटे होने को है लेकिन अभी तक फाल्ट को ठीक कर आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकी है। इसके कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली ना रहने के कारण एक ओर जहां बिजली से चलने वाले सारे उपकरण बेकार पड़े हैं। वहीं लोगों को बाहर से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। कुटीर उद्योग धंधे बंद पड़े हुए हैं। ग्रामीणों ने चेताया कि अगर जल्द आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो क्षेत्र के ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस बाबत अवर अभियंता प्रदीप कुशवाहा का कहना है कि फाल्ट को ठीक करने का कार्य चल रहा है। जल्द आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।