निकलो ना बिना मास्क जमाना खराब है
जागरण संवाददाता मऊ किसी जमाने में लोगों की नजर से बचने के लिए नकाब को बेहद उपयोगी बता
जागरण संवाददाता, मऊ : किसी जमाने में लोगों की नजर से बचने के लिए नकाब को बेहद उपयोगी बताया जा रहा था। गीतकार से लेकर कवि और शायर सभी ने अपने शब्दों में खूबसूरत चेहरों से जमाने की नजर से बचने के लिए इसको लगाने की गुजारिश करते थे। आज वही नकाब फिर से मास्क में तब्दील होकर प्रासंगिक हो चुका है। इस बार मास्क लोगों की नजर से बचने के लिए नहीं जीवन बचाने का जरिया बनकर उभरा है। अब तो सरकार भी मास्क लगवाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है और प्रशासन भी बिना इसके बाहर निकलने वालों पर कार्रवाई का चाबुक चला रही है।
वैश्विक महामारी कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है, संक्रमण का आंकड़ा रोज नए रिकार्ड बना रहा है। दूसरी लहर की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में पिछले तीन दिन लगातार सौ से अधिक संक्रमित मिल रहे हैं, लेकिन रिकवरी रेट कम हो चुका है। अज्ञात वायरस का कहर इस कदर बढ़ गया है कि कब कौन इसकी गिरफ्त में होगा किसी को पता नहीं है। संक्रमण स बचने के लिए नित नए उपाय सुझाएं जा रहे हैं लेकिन अभी तक इसके लिए सबसे उपयोगी मास्क ही मिला है। विशेषज्ञों का कहना है मास्क लगाने भर से 96 फीसद तक संक्रमण से बचाव होता है। पिछले एक वर्ष से सरकार भी लोगों से अपील कर रही है कि किसी भी हाल में चेहरे से मास्क उतरना नहीं चाहिए। अब तो हर मोड़ पर पुलिस का पहरा भी बढ़ा दिया गया है कि लोग बिना इसके घर से बाहर से न निकले। ऐसा नहीं करने वालों से अर्थदंड भी लग रहा है। कुल मिलाकर आज मास्क अपने पूरे शबाब पर है।