कटान रोकने के निर्माण की धीमी प्रगति पर डीएम ने जताई नाराजगी

जिलाधिकारी अमित कुमार बंसल सोमवार को देवारा क्षेत्र के बिनटो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 06:58 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 06:58 PM (IST)
कटान रोकने के निर्माण की धीमी प्रगति पर डीएम ने जताई नाराजगी
कटान रोकने के निर्माण की धीमी प्रगति पर डीएम ने जताई नाराजगी

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : जिलाधिकारी अमित कुमार बंसल सोमवार को देवारा क्षेत्र के बिनटोलिया में कटान रोकने के लिए किए जा रहे कार्य का निरीक्षण किया। इसकी धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने जल्द से जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने सेक्शन मशीन द्वारा बालू खुदाई के बाद वहां डंप पड़े बालू का आकलन भी किया। ताकि शासन द्वारा बालू के नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जा सके। इस दौरान सरयू नदी की धारा को मोड़ने के लिए बीच नदी में चल रहे कार्य को देखने के लिए उन्हें अफसरों संग नाव के सहारे वहां तक पहुंचना पड़ा।

बता दें कि नदी में चल रहे निर्माण कार्य की समय सीमा 30 जून तक ही है। उसके बाद बरसात शुरू हो जाती है और नदी के तेज बहाव के कारण बीच नदी में कार्य लगभग असंभव सा हो जाता है। अभी भी लगभग तीन किमी के बीच कार्य होना शेष है। ऐसे में समय सीमा के अंदर काम पूरा हो पाएगा, इसे लेकर लोगों में संशय है। जिलाधिकारी ने हर हाल में 30 जून से पहले काम पूरा किए जाने को निर्देशित किया। इस दौरान एसडीएम मधुबन लाल बाबू दुबे सहित दर्जनों अधिकारी मौजूद थे।

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ग्रामीणों की अपना दर्द सुनाने

की हसरत रह गयी अधूरी

अचानक जिलाधिकारी के बिनटोलिया गांव पहुंचने की सूचना पर दर्जनों ग्रामीण नदी किनारे इकट्ठा हो गए। नाव द्वारा •िालाधिकारी के निर्माण स्थल पर जाने के बाद यह लोग नदी किनारे खड़े हो कर उनके लौटने का इंतजार करते रहे ताकि उन्हें अपने गांव का दर्द सुना सकें। मगर उन्हें मायूसी ही हाथ लगी। नदी से उतरने के बाद जिलाधिकारी सीधे अपनी गाड़ी में बैठे और चल दिए। इस दौरान ग्रामीणों ने उनसे मिलने की कोशिश की मगर सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें उन तक पहुंचने ही नहीं दिया। बिनटोलिया निवासी श्रीकांत, नंदकुमार यादव, डा. गोपाल कुमार, ओपी यादव, शिवचंद बिद, सचिन कुमार, दिलीप निषाद, मनींद्र गोंड, अमरजीत यादव, रामजीत निषाद आदि का कहना था कि सोचा था कि हम सब जिलाधिकारी से मिल अपना दर्द बयां करेंगे। हर साल सरयू नदी के रौद्र रूप के कारण यहां होती तबाही को दिखाएंगे मगर सारी हसरत अधूरी रह गई।

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