सरयू में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) मौनी अमावस्या पर्व पर श्रद्धालुओं ने पवित्र सरयू नदी के जल में

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 04:37 PM (IST) Updated:Thu, 11 Feb 2021 04:37 PM (IST)
सरयू में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
सरयू में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : मौनी अमावस्या पर्व पर श्रद्धालुओं ने पवित्र सरयू नदी के जल में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कामना की मन्नते मांगी। गुरुवार की प्रात:काल से लोगों का तांता उत्तरवाहिनी मां सरयू के पवित्र तट पर पहुंचता रहा और नर-नारियों ने रामघाट पर श्रद्धा की डुबकी लगाई और नदी तट पर बैठे हुए भिखारियों को लोगों ने अन्नदान और द्रव्य दान किया। इसके साथ ही मां सरयू की आरती कर विभिन्न प्रकार के मंत्रों के साथ मंदिरों में जाकर लोगों ने पूजा-पाठ किया। रामघाट, हनुमान मंदिर, शिवमंदिर पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही। वहीं जानकी घाट पर दुर्गा मंदिर, राम-जानकी मंदिर में लोगों ने श्रद्धा के दीप जलाए। गौरीशंकर घाट पर महाकाल का दर्शन किया तथा द्वादश ज्योतिर्लिंग की चौखट पर माथा टेक खाकी बाबा मंदिर स्थित अखंड ज्योति का दर्शन कर पुण्य के भागी बने। प्राचीन शिव मंदिर और राम जानकी मंदिर में लोगों ने हवन-पूजन करके मन्नत मांगी।

मातेश्वरी महाधाम पहुंच कर लोगों ने शक्ति मां जगदंबा की आराधना किया और मंदिर में पूजा-पाठ, नारियल, चुनरी चढ़ाया। यहां सदगुरु महाराज के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लिया। नगर पंचायत ने घाटों की साफ-सफाई कराई थी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस के जवान, महिला पुलिसकर्मी चक्रमण करते रहे। ऋषि मुनियों के तपोभूमि नागा बाबा, खाकी बाबा, मेला राम बाबा, श्रीचंद महाराज, भुवाल बाबा की तपोस्थली पर लोगों ने जाकर माथा टेका। मुक्तिधाम परिसर में भारी शीतलहर के बाद ही लोगों का तांता लगा रहा। लोग वहां पहुंचे और महाकाल के दर्शन किए। रामघाट स्थित हनुमान मंदिर पर दर्शन करने वाले भक्तों को मंदिर के पुजारी बबलू पांडेय ने प्रसाद का वितरण किया। लक्ष्मण मंदिर बेलौली धाम सोनबरसा में भी भक्तों की कतारें लगी रही। महंत काशी दास ने सबको चरणामृत वितरित किया। पंप कैनाल पर स्थित कल्याणी भगवती मंदिर और शिव मंदिर में भी लोग दर्शन करने पहुंचे। करौली स्थित सिद्धीदात्री मंदिर में लोगों ने चौखट पर माथा टेका।

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घाटों के नहीं होने से हुई परेशानी

उत्तरवाहिनी मां सरयू के पवित्र तट छोटी अयोध्या के नाम से विख्यात घाटों के घाट दोहरीघाट में घाट की समस्या बना रहा। कटान के चलते रामघाट पूर्ण रूप से जीर्ण-शीर्ण हो गया है, जानकी घाट कट कर नदी में विलीन हो गया है। गौरी शंकर घाट का अस्तित्व 1992 में ही मिट गया है। मातेश्वरी घाट नया घाट बनकर लोगों के लिए आकर्षक बना है, लेकिन वहां पर भी पक्का घाट नहीं है।

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