आरओबी निर्माण का आगणन भेजने में विलंब से आक्रोश

शहर के बालनिकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 04:18 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 04:18 PM (IST)
आरओबी निर्माण का आगणन भेजने में विलंब से आक्रोश
आरओबी निर्माण का आगणन भेजने में विलंब से आक्रोश

जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के बालनिकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड की ओर से आगणन रिपोर्ट भेजने में हो रहे अनावश्यक विलंब से शहरवासियों में तीव्र आक्रोश है। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम की ओर से तीन बार नोटिस भेजने के बाद भी एक वर्ष में बीएसएनएल आगणन रिपोर्ट नहीं तैयार कर पाया है। सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर आरएस राय ने बताया कि ओवरब्रिज निर्माण के संबंध में अब सिर्फ यही औपचारिकता शेष है। शहर के नागरिकों ने बीएसएनएल अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ दूरसंचार मंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की है।

जीरो-बी पर ओवरब्रिज न होने का खामियाजा शहर के तीन लाख लोग प्रतिदिन भुगतते हैं। आम जन की लंबी लड़ाई और सहरोज गांव निवासी समाजसेवी व राष्ट्रीय लोकदल के नेता देवप्रकाश राय की जनहित याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते अप्रैल में ही ओवरब्रिज निर्माण के लिए अपनी मंजूरी दे दी। निर्माण की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सेतु निगम को सौंपी गई है। निर्माण के लिए अंतिम आगणन रिपोर्ट तैयार करने से पहले सेतु निगम की ओर से नगर पालिका, रेलवे, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग व बीएसएनएल से अपने-अपने हिस्से का आगणन मांगा गया था। बीएसएनएल को छोड़कर हर विभाग की ओर से सेतु निगम को आगणन रिपोर्ट सौंप दी गई है। रेलवे के अभियंताओं ने पुल की कलाकृति भी तैयार कर सौंप दिया है। बीएसएनएल के आगणन न भेजने एवं अनावश्यक विलंब करने से आक्रोशित समाजसेवी देवप्रकाश राय ने कहा कि इन्हीं लापरवाहियों की वजह से बीएसएनएल का दुर्दिन आया है। बीते मई माह में ही आगणन मांगा गया था, लेकिन बीएसएनएल के अधिकारी लगभग एक साल बाद भी इसे नहीं तैयार कर पाए हैं। यदि जल्द आगणन नहीं भेजा गया तो जनता चुप नहीं बैठेगी। वर्जन ..

बीएसएनएल के अधिकारियों को तीन नोटिस जारी की गई है, लेकिन अब तक उनकी ओर से आगणन रिपोर्ट नहीं दी गई है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द यह रिपोर्ट मिले ताकि निर्माण से जुड़ी अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सके।

- आरएस राय, प्रोजेक्ट मैनेजर, सेतु निगम।

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