लटकता मिला गल्ला व्यवसायी का शव, हत्या की आशंका
परिजनों के भरण-पोषण के लिए फुटकर गल्ला खरीदने निकला व्यवसायी 24 घंटे बाद भी नहीं पहुंचा। अलबत्ता उसके मौत की सूचना पहुंचते ही कोहराम मच गया।
जागरण संवाददाता, मऊ : परिजनों के भरण-पोषण के लिए फुटकर गल्ला खरीदने निकला व्यवसायी 24 घंटे बाद भी नहीं पहुंचा। अलबत्ता उसके मौत की सूचना पहुंचते ही कोहराम मच गया। थाना सरायलखंसी क्षेत्र के बढ़ुआगोदाम में रविवार की सुबह एक ईंट भट्ठे के पास 43 वर्षीय गल्ला व्यवसायी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में लटका हुआ मिला। परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है।
बढ़ुआगोदाम निवासी 43 वर्षीय रामनाथ गुप्ता उर्फ अस्पताली की माली हालत अच्छी नहीं है। वह साइकिल से देहाती क्षेत्रों से फुटकर में गल्ला खरीद कर दुकानों पर थोक में बेचता था। शनिवार की सुबह भी अपने काम के लिए निकला तो देर रात तक नहीं लौटा। पत्नी-बच्चे इंतजार करते सो गए। रविवार की सुबह पता चला कि अस्पताली का शव बढ़ुआगोदाम चट्टी से थोड़ा आगे गाजीपुर की तरफ नेशनल हाइवे के किनारे स्थित एक ईंट भट्ठा के पास स्थित कटरैन में लटका हुआ है। यह खबर फैलते ही वहां भीड़ जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कटरैन में पाइप से लटका शव नीचे रखी चौकी से महज कुछ ही अंगुल ऊपर था। इस पर मृतक की पत्नी बिलमावती ने अस्पताली की हत्या कर शव लटका देने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि गल्ला के कारोबार में 14 हजार रुपयों के लेन देन को लेकर एक व्यवसायी से रामनाथ का विवाद हुआ था, उसने जान से मारने की धमकी दी थी। बहरहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इधर पत्नी बिलमावती, बेटी सरोज (16), नेहा (12), सोनमर्ग (10) व बेटे श्रवण (14) का रो-रोकर हालत खराब है।