कोरोना वैक्सीन को पेटेंट से मुक्त रखने की उठी आवाज
स्वदेशी जागरण मंच की ओर से रविवार को शहर के निजामुद्दीनुपरा ।
जागरण संवाददाता, मऊ : स्वदेशी जागरण मंच की ओर से रविवार को शहर के निजामुद्दीनुपरा में विश्व जागृति दिवस के रूप में पेटेंट मुक्त वैक्सीन संकल्प कार्यक्रम के तहत जन जागरण अभियान चलाया गया। इस दौरान पोस्टर-बैनर के माध्यम से लोगों ने वैश्विक मानवता के लिए कोरोना को सबसे बड़ी चुनौती करार देते हुए कोविड-19 की वैक्सीन को पेटेंट से मुक्त रखने के लिए विश्व व्यापार संगठन से मांग की।
इस अवसर पर क्षेत्र संयोजक डा. शर्वेश पांडेय ने कहा कि वैश्विक मानवता कोविड-19 के रूप में एक अभूतपूर्व संकट व त्रासदी का सामना कर रही है। पिछले लगभग एक वर्ष में दुनिया भर में 37 लाख से अधिक और भारत में 3.4 लाख से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इजरायल, यूएस, यूके, नार्वे आदि देशों ने अपनी वयस्क आबादी के बहुमत का टीकाकरण करके ताजा संक्रमण और कोरोना से होने वाली मौतों को नियंत्रित किया है। लोगों को कोरोना से बचाने के लिए दुनिया को करीब 14 अरब वैक्सीन डोज की जरूरत है। वर्तमान में दुनिया की योग्य आबादी को टीका लगने में दो-तीन साल लग सकते हैं। विश्व व्यापार संगठन के पेटेंट कानून और बौद्धिक संपदा के अधिकार कानून के चलते वैक्सीन का उत्पादन मांग के अनुरूप नहीं है। इससे अन्य फार्मा कंपनियों को इन टीकों के निर्माण की अनुमति नहीं मिलती है। वैक्सीन और दवाओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए पेटेंट कानूनों में ढील देने की जरूरत है। इस अवसर पर राष्ट्रीय परिषद सदस्य पंकज तिवारी, मुकेश जायसवाल, आनंद प्रताप सिंह, मृत्युंजय द्विवेदी, मुकेशनाथ तिवारी, शुभम सिंह, सूर्यप्रकाश बरनवाल, अरुण मौर्य, हरगोविद तिवारी आदि उपस्थित थे।