भरण पोषण के लाभार्थियों का किया गया सत्यापन
कोरोना संक्रमण के दौरान लागू लाकडाउन के चलते बेरोजगार ।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : कोरोना संक्रमण के दौरान लागू लाकडाउन के चलते बेरोजगार हो चुके पटरी-रेहड़ी दुकानदारों को प्रदेश सरकार की ओर से लाभान्वित करने की योजना है। मंगलवार को फतहपुर मंडाव में खंड विकास अधिकारी विजय कुमार सिंह ने भरण पोषण योजना के लाभार्थियों का सत्यापन किया। इस दौरान उन्होंने छूटे लोगों के नामों को भी शामिल करने का निर्देश दिया।
प्रदेश सरकार की ओर से पटरी पर रेहड़ी, खोमचा लगाकर या छोटे-छोटे कारोबार करके अपने परिवार के साथ जीवन-यापन करने वाले लोगों को 1000 एक हजार रुपये भरण पोषण भत्ता देकर लाभान्वित करने की योजना लागू की गई है। इसके लिए अब तक फतहपुर मंडाव विकास खंड क्षेत्र के सिपाह, रामपुर बेलौली, चन्नापार, दुबारी आदि स्थानों से कुल 1286 लाभार्थियों का डाटा फीड किया गया है। ग्राम पंचायत स्तर पर चयनित ऐसे लाभार्थियों का खंड विकास अधिकारी ने बेलौली भोजीपुर, मर्यादपुर, डुमरी सहित आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर सत्यापन किया।
श्रमिक पात्रता की जांच को गांव-गांव पहुंचे अधिकारी
पलिगढ़ (मऊ) : रानीपुर ब्लाक क्षेत्र के पलिगढ़, तेंदुली, लोहाटिकर तथा दौलसेपुर ग्रामसभा में श्रमिकों की पात्रता व अपात्रता की जांच करने मंगलवार को एडीओ पंचायत सुरेंद्रनाथ यादव पहुंचे। स्थलीय जांच व पूछताछ में कई लोग अपात्र पाए गए। एडीओ पंचायत ने बताया कि ऐसे मामले में प्रदेश सरकार के निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार पाए जाने वाले पात्र श्रमिकों को ही लाभ मिलेगा। जिनके खाते में एक हजार रुपया भेजी जाएगी। कोरोना लाकडाउन में प्रवासी मजदूर की घर वापसी के बाद काम न मिलने वाले सहित रेहड़ी, खोमचा, ठेला व पटरी पर दुकान लगाने वाले तथा मोची, नाई, धुनिया, रिक्शा चालक आदि के खाते में एक हजार रुपया दिए जाने का वादा योगी सरकार ने वादा किया था जो अब फलीभूत होने वाला है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनकी सूची सचिव से मांगी गई थी।