सर्द हवाओं से बढ़ी सिहरन, कंपकंपाए लोग

जागरण संवाददाता मऊ कड़ाके की ठंड से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है वहीं कोहरे ने जीवन की

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 08:36 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 08:36 PM (IST)
सर्द हवाओं से बढ़ी सिहरन, कंपकंपाए लोग
सर्द हवाओं से बढ़ी सिहरन, कंपकंपाए लोग

जागरण संवाददाता, मऊ : कड़ाके की ठंड से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है वहीं कोहरे ने जीवन की रफ्तार रोक दी है। लगातार पारा लुढ़कने से लोग घरों में कैद होने को विवश हैं। सोमवार को सर्द हवाएं चलने से सिहरन बढ़ गई और लोग कंपकंपा रहे हैं। गलन इतनी अधिक है कि आम आदमी के साथ ही पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। जगह-जगह अलावा जलाकर लोग गर्मी ले रहे हैं लेकिन सर्द हवाएं चलने से यह अलाव भी नाकाफी साबित हो रहा है।

पिछले एक सप्ताह से पारा अधिकतम 19 से 21 व न्यूनतम 9 से 11 डिग्री सेंटीग्रेड पर टिका हुआ है। रविवार से पारा गिरने लगा। रविवार को अधिकतम पारा 21 डिग्री जबकि न्यूनतम पारा 9 डिग्री सेंटीग्रेड रहा। सोमवार को पारा और लुढ़क गया। अधिकतम पारा 14 से 18 डिग्री व न्यूनतम पारा सात डिग्री सेंटीग्रेड पर पहुंच गया। सोमवार को सुबह से ही आसमान कोहरे की चादर से ढका रहा। छुट्टी होने की वजह से लोग घरों में कैद रहे। जो लोग बाहर निकले भी वह दस बजे के बाद ही। उत्तर पश्चिम दिशा से पांच किमी प्रति घंटा की चल रही सर्द हवाओं से लोग कंपकंपाते उठे। दोपहर में सूर्यदेव का दर्शन लोगों को हुआ तो लोग घरों से बाहर निकल आए। इसके बाद धूप का आनंद लेते देखे गए। शाम होते ही गलन व सर्द हवाएं फिर चलने लगी। इसकी वजह से पारा और लुढ़क गया। शाम आठ बजे के बाद कड़ाके की ठंड की वजह से लोग घरों में कैद हो गए। बहुत कम ही लोग सड़कों पर नजर आ रहे थे। गलन से सभी लोग थर-थर कांप रहे थे। आम आदमी तो ऊनी कपड़े पहने हुए था लेकिन गरीबों के समक्ष संकट है। ऊनी कपड़ों व वस्त्र के अभाव में ठिठुर रहा है। स्वयंसेवी संस्थाएं भी इनके तरफ ध्यान नहीं दे रही हैं। खासकर रिक्शा व खोमचे वालों को ठंड में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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