अनियमित विद्युत कटौती से फूटा गुस्सा, उपकेंद्र पर तालाबंदी

जागरण संवाददाता नौसेमरघाट (मऊ) परदहा विकास खंड के कोटवा विद्युत सब स्टेशन से अघोषित

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 09:01 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 09:01 PM (IST)
अनियमित विद्युत कटौती से फूटा गुस्सा, उपकेंद्र पर तालाबंदी
अनियमित विद्युत कटौती से फूटा गुस्सा, उपकेंद्र पर तालाबंदी

जागरण संवाददाता, नौसेमरघाट (मऊ) : परदहा विकास खंड के कोटवा विद्युत सब स्टेशन से अघोषित बिजली कटौती को लेकर आधा दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। उन्होंने विद्युत उपकेंद्र कोटवा पर पहुंचकर ताला बंदी कर दी। इसके बाद उपकेंद्र के गेट पर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने जेई को हटाए जाने की मांग की। दोपहर बाद तक उपकेंद्र पर जेई के खिलाफ नारे लगते रहे। चेतावनी दी कि अगर विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे।

क्षेत्र के कहिनौर, भार, औंहाईच, कुसमौर, रैकवारेडीह, पिपरीडीह, नसीरपुर आदि गांवों में पिछले कई दिन से विद्युत आपूर्ति अनियमित और कुछ ही देर के लिए हो रही है। इसका कोई शेड्यूल नहीं है। वहीं पिछले चौबीस घंटे से बिजली पूरी तरह से नहीं आ रही है। इसकी वजह से किसान शेषनाथ सिंह व सुबोध दुबे के नेतृत्व में शनिवार की सुबह कोटवा विद्युत उपकेंद्र पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। रमेश मौर्य, आनंद सिंह, सुबोध दुबे, राजकुमार श्रीवास्तव, नुरुल होदा अंसारी आदि किसानों का कहना था कि अघोषित बिजली कटौती व जेई की मनमानी से खेती-किसानी प्रभावित हो रही है। जेई की मनमानी से क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। शिकायत करने पर विभागीय कर्मचारी व जेई दुवर््यवहार करते हैं। इसके पूर्व में 17 जुलाई को भी किसानों ने प्रदर्शन कर उच्चाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। घंटों प्रदर्शन कर अंत में ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय जाकर विभागीय अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा। इसके बावजूद विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया। कहीं मनमानी कटौती नहीं होती है। दो शिफ्टों में 14 से 15 घंटे बिजली आपूर्ति की जाती है। कोई तकनीकी दिक्कत होने पर कर्मचारी दुरुस्त करते हैं। इसके बाद आपूर्ति बहाल कर दी जाती है।

- विकास दुबे, अवर अभियंता, सब स्टेशन कोटवा, मऊ।

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