मानदेय में वृद्धि की घोषणा से झूम उठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
ब्लाक सभागार में लैपटाप एवं टीवी पर टकटकी लगाए आंगनबाड़ी महिलाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मानदेय में 1500 रुपये की वृद्धि की घोषणा किए जाते ही झूम उठीं।
जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) : ब्लाक सभागार में लैपटाप एवं टीवी पर टकटकी लगाए आंगनबाड़ी महिलाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मानदेय में 1500 रुपये की वृद्धि की घोषणा किए जाते ही झूम उठीं। जिलाध्यक्ष कंचन राय के नेतृत्व में पहुंची कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की संख्या भले ही रखी गई कुर्सियों से अधिक रही पर 11 बजते ही एकदम से सन्नाटा छा गया। सीएम ने अपने संबोधन के दौरान जैसे ही कार्यकर्ताओं के मानदेय में 1500 रुपये मासिक एवं सहायिकाओं को 750 रुपये दिए जाने की घोषणा होते ही सभागार करतल ध्वनि से गूंज उठा।
पूनम ¨सह, विदोमती राय, पूनम चौहान, रीना यादव, तिलेश्वरी, मीरा, पानमती, ज्ञानमती, बेबी ¨सह एवं मंजू राय सहित सभी ने इस वृद्धि के लिए संगठन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्य एवं जिलाध्यक्ष कंचन राय को बधाई दिया। जिलाध्यक्ष श्रीमती राय ने इस वृद्धि का श्रेय सभी के एकजुट संघर्ष को दिया। हालांकि उन्होंने इस संघर्ष एवं हड़ताल में शामिल न होने वाले कार्यकर्ता महिलाओं पर तंज भी कसा। कहा कि एक तरफ तमाम महिलाएं मानदेय में वृद्धि के लिए धरना-प्रदर्शन एवं आंदोलन कर रही थीं तो वहीं अन्य संगठन के पदाधिकारी पोषाहार वितरण कर वाहवाही लूट रही थीं। इस दौरान ब्लाक संरक्षक अर¨वद ¨सह, नूतन, कुसुम एवं अन्य तमाम कार्यकर्ताओं सहित सहायिकाएं उपस्थित रहीं। सम्मानजनक मानदेय की घोषणा तक होगा आंदोलन
उधर आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष पूनम यादव ने कहा कि यह मानदेय वृद्धि आंगनबाड़ी कर्मचारियों के काम की तुलना में ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। हमारी मांग 18 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय की है। सरकार को इसके अनुपात में बढ़ोतरी करके का सम्मान कायम रखना चाहिए था। जिस तरह से योगी सरकार ने पुलिस एवं शिक्षक भर्तियों को भ्रष्टाचार रहित ढंग से संपन्न कराया है, उसमें सरकार से आंगनबाड़ी कर्मियों की उम्मीद अभी बाकी है।