जीवनराम छात्रावास के मैदान में लगेगी पटाखों की दुकान

जागरण संवाददाता मऊ दीपावली का त्योहार आने में अभी कई दिन शेष हैं लेकिन बाजारों में चह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 09:24 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 09:24 PM (IST)
जीवनराम छात्रावास के मैदान में लगेगी पटाखों की दुकान
जीवनराम छात्रावास के मैदान में लगेगी पटाखों की दुकान

जागरण संवाददाता, मऊ : दीपावली का त्योहार आने में अभी कई दिन शेष हैं लेकिन बाजारों में चहल-पहल दिखना शुरू हो गया है। ऐसे में इस वर्ष भी शहर के केंद्र बिदु में स्थित जीवनराम छात्रावास के मैदान में ही पटाखे की दुकान लगाई जाएगी। इस पर प्रशासन की मोहर लग गई है। अभी तक अस्थायी किसी भी पटाखा कारोबारी ने सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में आवेदन नहीं किया है लेकिन उम्मीद है कि सोमवार से पटाखा के आवेदन मिलना शुरू हो जाएंगे। इसके बाद सीओ, थाने व अग्निशमन अधिकारी की रिपोर्ट के बाद ही पटाखा कारोबारियों को लाइसेंस प्रदान किया जाएगा।

जनपद में तीन स्थायी पटाखा कारोबारी हैं। इसमें कोपागंज में बृजमोहन, घोसी तहसील के माउरबोझ में भगवान दास व हरिप्रसाद शामिल हैं। इनके यहां हमेशा पटाखा मिलता है। ऐसे में पटाखा के अस्थायी कारोबारियों को दुकान लगाने के लिए तीन दिन की छूट दी जाएगी। इसके लिए बकायदा सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद इसकी कापी संबंधित क्षेत्र के सीओ, थाना व अग्निशमन अधिकारी को भेजी जाएगी। वहां से रिपोर्ट दो दिन में मिल जाएगी। इसके बाद तीसरे दिन आवेदक को लाइसेंस प्रदान कर दिया जाएगा। असलहा बाबू की मानें तो अभी तक जनपद में किसी भी कारोबारी ने आवेदन नहीं किया है। यह माना जा रहा है कि अगले सप्ताह से आवेदन शुरू हो जाएगा। शहर में 100 से अधिक पटाखा कारोबारी लाइसेंस लेते हैं। इसके लिए बकायदा 500 रुपये शुल्क भी जमा करना पड़ता है।

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पटाखा लगाने के लिए अग्निशमन विभाग करता है प्रबंध

पटाखा की दुकान लगाने के लिए अग्निशमन विभाग को सारी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। दुकान लगाने से लेकर दुकान समाप्त होने तक पूरा अग्निशमन विभाग दल-बल के साथ यहां तैनात रहता है। इसके अलावा सभी पटाखा कारोबारी अपनी-अपनी दुकान के सामने एक ड्रम पानी व दो बालू भरी बोरियां भी रखेंगे। ताकि अप्रिय घटनाओं की स्थिति में आसानी से निबटा जा सके।

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चाइनीज पटाखों की बिक्री पूरी तरह रहेगी प्रतिबंधित : आशुतोष राय

प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट आशुतोष राय ने कहा कि बिना लाइसेंस के कोई भी पटाखा की दुकान नहीं लगानी है। अगर कोई बिना लाइसेंस के पटाखे की दुकान लगाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं पूरी तरह से चाइनीज पटाखों की बिक्री पर रोक लगाई गई है। ऐसे में कोई कारोबारी चाइनीज पटाखा की बिक्री नहीं करेगा। ऐसा करने वाले के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

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पटाखा से निकलने वाली गैस से वातावरण होता है प्रदूषित : डा. संजय

शारदा नारायन हास्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजय सिंह ने बताया कि पटाखे से सल्फर डाई आक्साइड, नाइट्रस आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड और हेवी मेटल्स सल्फर, लेड, क्रोमियम, कोबाल्ट, मरकरी मैग्निशियम आदि गैस निकलती है। यह मनुष्य के लिए बहुत ही खतरनाक है। यही नहीं पूरा वातावरण पटाखों से प्रदूषित होता है। इसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत होती है। इससे सांस के रोगियों में इजाफा होता है। इससे फेफड़े पर बुरा असर पड़ता है। इसके धुएं से फेफड़ों में सूजन आ सकती है। इससे फेफड़े अपना काम ठीक से नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से मौत की आशंका बनी रहती है। रंग बिरंगे पटाखों से कैंसर की आशंका

पटाखों के धुएं से अस्थमा, या दमा का अटैक आ सकता है। हार्ट अटैक और स्ट्रोक का भी खतरा पैदा हो सकता है। पटाखों में मौजूद लेड सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। पटाखों को रंग-बिरंगा बनाने के लिए इनमें रेडियो एक्टिव और जहरीले पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है। यह पदार्थ जहां एक ओर हवा को प्रदूषित करते हैं वहीं दूसरी ओर इनसे कैंसर की आशंका रहती है।

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