विनाशकारी लहरों में एक दर्जन मकान समाए
जागरण संवाददाता मधुबन (मऊ) मधुबन तहसील क्षेत्र के देवारा में सरयू नदी के सबसे अंतिम छोर प
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : मधुबन तहसील क्षेत्र के देवारा में सरयू नदी के सबसे अंतिम छोर पर बसे बिदटोलिया गांव के अस्तित्व पर संकट के बादल
मंडरा रहे हैं। बीते तीन दिनों से यहां सरयू नदी विनाश मचा रही है। तबाही का मंजर ऐसा कि अभी तक एक दर्जन से अधिक घरौंदे जहां नदी में विलीन हो गए हैं तो लगभग 30 एकड़ उपजाऊ जमीन नदी निगल चुकी है।
लगातार मकानों के नदी की
धारा में समाने का सिलसिला अनवरत चल रहा है। अभी कई मकान नदी के मुहाने पर हैं। जो कभी समाहित हो सकते हैं। पीड़ित परिवार गांव से पलायन कर रहे हैं।
बिदटोलिया गांव में नदी अत्यंत तेजी से कटान कर रही है। इससे अब तक गांव के दर्जनों लोगों के खेत एवं रिहायशी मकान नदी की भेंट चढ़ चुके हैं। पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी उफान पर है और कटान भी अपने पूरे चरम पर हो रही है। ग्रामीणों की माने तो कटान से पिछले तीन से चार दिनों में गांव के सदानंद, जेपी, संजीव, सुरेंद्र, सतीश, रमेश, चंदन, विक्रम, रामजी, पलटन, पूरन, अजीत, बाबूलाल सहित एक दर्जन से अधिक लोगों के मकान एवं करीब 25 से 30 एकड़ खेती योग्य भूमि नदी में विलीन हो चुकी है। इससे पूरे गांव में दहशत का माहौल है। नदी की कटान से गांव का क्षेत्रफल तेजी से सिमट रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यदि कटान इसी रफ्तार से चलती रही तो फिर एक दिन इस गांव का वजूद ही समाप्त हो जाएगा। वहीं पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से सरयू नदी का पानी भी अब फिर से बढ़ने लगा है, जो कि पिछले दो सप्ताह से घट रहा था। हालांकि इस बीच एक राहत की बात है कि नदी का पानी बहुत तेजी के साथ नहीं बढ़ रहा है। हाहानाला रेगुलेटर पर पिछले 24 घंटे के दौरान नदी के पानी में मात्र पांच सेंटीमीटर की वृद्धि ही दर्ज की गई है और यहां नदी अभी भी खतरा के निशान से 91 सेंटीमीटर नीचे है। सरयू नदी की कटान देवारा के लोगों की चिता बढ़ा रही है। इनसेट--
घर रहा जलस्तर, खतरा बरकरार
दोहरीघाट : सरयू नदी का जलस्तर घटने का क्रम जारी है फिर भी खतरा बिदु से ऊपर बह रही है। जलस्तर गौरीशंकर घाट पर रविवार को प्रात: 08:00 बजे 70.03 मीटर पर रिकार्ड किया गया, जो खतरा बिदु से 13 सेंटीमीटर ऊपर है। अवराडांड में जलस्तर 70.88 मीटर रिकार्ड किया गया, जो खतरा बिदु से 48 सेंटीमीटर ऊपर है। नदी की धारा तेज है। डोमराज के घर के पास नदी के बैक रोलिग करने से खतरा बढ़ गया है। बीबीपुर-बेलौली बंधा जगह-जगह बरसात से कट गया है। बंधा के दोनों तरफ पानी का दबाव बना हुआ है। बंधे की मरम्मत न होने से बंधा जर्जर हो गया है।