भय के साए में 61 बच्चे ग्रहण करते हैं शिक्षा

जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) शिक्षा खंड के तहत एक ऐसा भी परिषदीय प्राथमिक विद्यालय है जिसके

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:41 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:41 PM (IST)
भय के साए में 61 बच्चे ग्रहण करते हैं शिक्षा
भय के साए में 61 बच्चे ग्रहण करते हैं शिक्षा

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : शिक्षा खंड के तहत एक ऐसा भी परिषदीय प्राथमिक विद्यालय है जिसके 61 बच्चे, दो शिक्षिकाएं और एक शिक्षा मित्र भय के साए में पठन-पाठन करने को विवश हैं। प्राथमिक विद्यालय सिकरौर की यह तस्वीर शिक्षा विभाग की हर कवायद पर सवालिया निशान लगाती है।

एक तरफ सर्व शिक्षा अभियान और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार कर कांवेंट स्कूलों को कड़ी प्रतिस्पर्धा देने को हर संभव प्रयास हो रहा है। परिषदीय शिक्षा की इस सुंदर तस्वीर के बीच प्राथमिक विद्यालय सिकरौर की तस्वीर काफी भयावह है। वर्ष 1979 में गांव के बीच विशालकाय परिसर में विद्यालय भवन बना तो गांव के बच्चों को गांव में ही प्राथमिक स्तर तक की शिक्षा सुलभ होने के परिणाम भी मिले। स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या में कई गुना वृद्धि हो गई। कालांतर में यह भवन जर्जर हो गया। वर्ष 2008 में इसका सर्वे कर इसे जर्जर एवं परित्यक्त घोषित कर दिया गया। ग्रामीण सुरेश यादव एवं प्रधान प्रतिनिधि जयशंकर वर्ष 2010 में इस विद्यालय के निर्माण के लिए आठ लाख रुपये स्वीकृत किए जाने की बात करते हैं। दो शिक्षकों के बीच भवन निर्माण प्रभारी का दायित्व संभालने को लेकर ऐसी खींचतान हुई कि वित्तीय वर्ष बीत गया और स्वीकृत बजट प्रयुक्त न हो सका। बाद में यहां दो एकल कक्ष बने। एक एकल कक्ष की तीन तरफ की ही दीवारें बनी और चौथी दीवार के रूप में जर्जर मुख्य भवन का प्रयोग कर छत डाल दी गई। ऐसे में एकल कक्ष भी रामभरोसे है। कक्षों की दीवारों से ईंट झांकती है तो छत की सरिया भी नजर आती है। खिड़की तक गायब है। एक कक्ष को भंडार गृह एवं कार्यालय बनाया गया है। कार्यालय के लिए बने एकल कक्ष में बच्चे पढ़ते हैं। बरसात के दिनों में किसी अनहोनी से भयभीत शिक्षिकाएं सभी बच्चों को दूसरे एकल कक्ष में एक साथ एकत्रित कर पढ़ाने को विवश हैं। बहरहाल 13 वर्ष पूर्व परित्यक्त घोषित भवन का निर्माण न होने पर ग्रामीण सवाल उठाते हैं।

शिक्षा विभाग के खंड शिक्षाधिकारी से लेकर उच्चाधिकारियों तक विद्यालय की स्थिति के बाबत पत्र प्रेषित है।

- सुधा देवी प्रधान।

जनपद के 22 विद्यालयों के जर्जर भवनों के निर्माण के लिए प्रस्ताव प्रेषित है। यदि सिकरौर इन 22 की सूची में नहीं है, तो इसके लिए अलग से प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा।

- संतोष कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मऊ।

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