इंसाफ को भटक रही तीन तलाक पीड़िता

तीन तलाक को भले ही केंद्र सरकार ने अवैध घोषित कर दिया है अब भी यह प्रचलन में है। ताजा प्रकरण नगर के करीमुद्दीनपुर से जुड़ी एक महिला से है। तलाक के दर्द से पीड़ित महिला पुलिस से न्याय की मांग कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 07:56 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 07:56 PM (IST)
इंसाफ को भटक रही तीन तलाक पीड़िता
इंसाफ को भटक रही तीन तलाक पीड़िता

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : तीन तलाक का ताजा प्रकरण नगर के करीमुद्दीनपुर से जुड़ी एक महिला का प्रकाश में आया है। तलाक के दंश से पीड़ित महिला पुलिस से इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है।

नगर के करीमुद्दीनपुर की महिला का विवाह 2012 में आजमगढ़ में हुआ था। शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष उसे दहेज कम लाने का ताना देने लगा। महिला की मां ने उन दिनों विदेश में रह रहे अपने बेटे (विवाहिता के भाई) द्वारा भेजी गई राशि में से दो लाख रुपये बेटी के ससुराल पक्ष को दे दिया। ससुराल पक्ष अभी तीन लाख रुपये और दिए जाने की मांग पूरी न होने पर विवाहिता को मारने पीटने लगे। बेटी की इस प्रताड़ना को देख मां को ऐसा सदमा लगा कि उसका इंतकाल हो गया। उधर विवाहिता के पति एवं अन्य लोग उस पर मां का मकान बेंच कर तीन लाख रुपये देने का दबाव बनाने लगे। विवाहिता के भाई ने भी अपनी माली हालत का हवाला देते हुए मकान बेचने से मना कर दिया। ससुराल पक्ष विवाहिता का सारा जेवर ले लिया और उसे 9 सितंबर को उसके मायके पहुंचा दिया। यहां पर उसके शौहर ने तीन बार तलाक बोल सारे संबंध भी तोड़ लिया। जाते समय वह विवाहिता की एक वर्षीय पुत्री को भी लेता गया। तीन तलाक के दर्द से गुजर रही महिला के भाई ने स्थानीय कोतवाली में तहरीर दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उसने बहन के ससुराल पक्ष के तीन लोगों को दहेज उत्पीड़न का भी आरोप लगाते हुए नामजद किया है। कोतवाल पीएन मिश्रा ने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए प्रकरण सामने आने पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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