फोटो..13.. 125 करोड़ की लागत से बनेगा जीरो-बी ओवरब्रिज

जागरण संवाददाता मऊ शहर के बाल निकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 05:59 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 05:59 PM (IST)
फोटो..13.. 125 करोड़ की लागत से बनेगा जीरो-बी ओवरब्रिज
फोटो..13.. 125 करोड़ की लागत से बनेगा जीरो-बी ओवरब्रिज

जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के बाल निकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण से संबंधित सभी जमीनी तैयारियां उत्तर प्रदेश सेतु निगम आजमगढ़ की ओर से पूरी कर ली गई हैं। रेलवे के अभियंताओं की ओर से तैयार फोरलेन प्रोफाइल स्केच अर्थात फोरलेन प्रारूप पर ही सभी विभागों से आगणन लेते हुए सेतु निगम के अभियंताओं ने लगभग 125 करोड़ की लागत का अंतिम आगणन बनाकर फाइल उत्तर प्रदेश सेतु निगम के मुख्यालय लखनऊ भेज दिया है। सेतु निगम के मुख्यालय से सत्यापित और अग्रसारित होने के बाद निर्माण की फाइल लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय और इसके बाद शासन में स्वीकृति के लिए जाएगी।

बता दें कि समाजसेवी शहरोज निवासी देवप्रकाश राय की जनहित याचिका पर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद रेलवे एवं जिला प्रशासन ने बालनिकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण करने का प्रस्ताव प्रदेश सरकार के विचारार्थ भेजा था। प्रदेश की योगी सरकार ने अप्रैल 2020 में ही रेलवे व जिला प्रशासन के ओवरब्रिज निर्माण के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी देते हुए आगणन तैयार करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सेतु निगम को सौंप दिया था। पिछले लगभग दो वर्षों से सेतु निगम की आजमगढ़ शाखा के इंजीनियर बीएसएनएल, बिजली विभाग, नगर पालिका, पीडब्ल्यूडी आदि विभागों से उनके हिस्से का आगणन प्राप्त कर अंतिम आगणन रिपोर्ट तैयार करने में लगे थे। उत्तर प्रदेश सेतु निगम एवं जीरो-बी ओवरब्रिज के उप परियोजना प्रबंधक आरएस राय ने बताया कि आगणन रिपोर्ट कुछ विभागों से विलंब से प्राप्त हुई। साथ ही रेलवे की ओर से ओवरब्रिज के प्रारूप में कई बार संशोधन होने से अंतिम आगणन तैयार करने में विलंब हुआ है। कहा कि 125 करोड़ रुपये की लागत का आगणन यानि स्टीमेट रेलवे की ओर से दिए गए फोरलेन ओवरब्रिज के नक्शे एवं डिजाइन पर ही तैयार किया गया है।

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125 करोड़ की लागत का आगणन तैयार कर फाइल उत्तर प्रदेश सेतु निगम के लखनऊ स्थित मुख्यालय में भेज दी गई है। सेतु निगम के मुख्यालय से फाइल लोक निर्माण के मुख्यालय और यहां से शासन के विचारार्थ भेजी जाएगी। सेतु निगम की आजमगढ़ शाखा की ओर से निर्माण से जुड़ी सभी कार्रवाई अब पूरी हो चुकी है।

- आरएस राय, उप परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम आजमगढ़।

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