12 सेमी घटा जलस्तर, 10 एकड़ कृषि योग्य भूमि कटी
बीते तीन दिन लगातार बढ़े सरयू का जलस्तर अब घटने लगा ।
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : बीते तीन दिन लगातार बढ़े सरयू का जलस्तर अब घटने लगा है। गुरुवार की सुबह आठ बजे गौरीशंकर घाट पर जलस्तर 12 सेंटीमीटर घटकर 69.63 मीटर हो गया है। जलस्तर घटने से नदी का वेग और तेज हो गया है। नई बाजार के समीप बन फोरलेन के पुल से टकराकर नदी की लहरे नवली, लोहड़ा देवारा, कीर्तिपुर की तरफ मुड़ गई हैं। इसके चलते बीते 24 घंटे में नदी की तेज धारा में लगभग 10 एकड़ कृषि योग्य जमीन समा चुकी है। सरहरा के पास और कीर्तिपुर के बीच में नदी के काटने का क्रम लगातार जारी है। सरहरा के पास नदी बैक रोलिग करके सुरक्षा में लगाए गए पत्थरों को धारा में विलीन कर रही है। लगभग आठ करोड़ की लागत से मुक्तिधाम के पास बारिश के पूर्व कटर के नहीं बन पाने के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
मुक्तिधाम के दक्षिण 8.33 करोड़ की लागत से बाढ़ के पूर्व 12 कटर बनाया जाना था लेकिन एक भी कटर पूरा नहीं हुआ। इन कटरों के बीच के खाली जगह को भी भरना था लेकिन सिचाई विभाग ने मार्च में कार्य शुरू किया पर मार्च से अब तक एक भी कटर बनकर तैयार नहीं हुआ। इस योजना के तहत कटर बनाकर मुक्तिधाम के कटान को रोकने का प्रयास किया जाना था वह अधर में पड़ गया। भारत माता मंदिर, श्मसान घाट, खाकी बाबा की कुटी, वृद्धाश्रम आदि नदी के निशाने पर हैं। नदी तटवर्ती इलाकों में कहर बरसा रही है। सूरजपुर और रोशनपुर के बीच में जानकी मंदिर के पूर्व नदी तेजी से कृषि भूमि को काट रही है। नदी कब कहां कटान करेगी यह तो किसी को मालूम नहीं है परंतु इतना जरूर है कि नदी की धारा इतनी तेज है कि संवेदनशील स्थल कभी भी नदी काट सकती है। उप जिलाधिकारी घोसी डा. सीएल सोनकर बाढ़ क्षेत्रों का कई बार दौरा कर सिचाई विभाग के अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने की चेतावनी देते रहे फिर भी सिचाई विभाग के अधिकारी बहाना बनाकर बचते रहे।