उफान पर यमुना, तटीय इलाकों में खलबली
अवैध रूप से बसी कालोनियों के 15 हजार लोगों में दहशत जलस्तर और बढ़ा तो सुरक्षित ठिकानों की ओर करेंगे रुख
संवाद सहयोगी, वृंदावन: यमुना के बढ़ते जलस्तर ने एक बार फिर किनारे बसी कालोनियों में रह रहे लोगों की नींद उड़ा दी है। अवैध रूप से बसी कालोनियों में रह रहे करीब 15 हजार लोग दहशत में हैं। जलस्तर और बढ़ा तो यहां रह रहे परिवार सुरक्षित ठिकानों की ओर रुख कर सकते हैं।
पहाड़ों पर हो रही झमाझम बारिश के बाद अब यमुना का जलस्तर मैदानी इलाकों में बढ़ने लगा है। यमुना में जलस्तर अचानक बढ़ने से यमुना किनारे बसी कालोनी के लोग परेशान हैं। रातभर जागकर बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। यमुना का जलस्तर केशीघाट की सीढि़यों पर पहुंच चुका है। यमुना के किनारे बसी करीब पंद्रह अवैध कालोनियों में रह रहे लोग परेशान हैं। जलस्तर और बढ़ता है तो कालोनियों में घरों तक पहुंच जाएगा।
-इन घाटों पर बढ़ रहा खतरा
यमुना में बढ़ते जलस्तर का शुरुआती खतरा बाराहघाट, कालीयदमन घाट, युगल घाट, सूरजघाट, विहारघाट, श्रृंगारवट घाट पर लगातार बढ़ता जा रहा है। चूंकि इस इलाके में यमुना खादर में करीब आधा दर्जन अवैध कालोनियां बसी हैं, इन कालोनियों यमुना विहार, कदंब विहार, श्रीजी वाटिका, श्रीजी नगर, राधिका विहार कालोनियों में करीब आठ हजार से अधिक लोग रहते हैं। यमुना के जलस्तर में अगर बढ़ोतरी इसी तरह बनी रहती है, तो इन आधा दर्जन कालोनियों तक यमुना का पानी पहुंच जाएगा। केशीघाट से लेकर अक्रूरघाट तक यमुना का फैलाव अधिक होने के कारण इस इलाके में बसी करीब डेढ़ दर्जन अवैध कालोनियों में अभी खतरा कम है। - कालोनियों में पानी पहुंचा तो खुलेंगे राहत शिविर
यमुना के जलस्तर पर नजर बनी हुई है। अभी कालोनियों के अंदर पानी नहीं पहुंचा है। अगर, कालोनियों में पानी पहुंचता है। तो यहां रहने वाले लोगों के लिए राहत शिविर बनाए जाएंगे। जहां इन कालोनियों में रह रहे लोगों को ठहरने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की जाएगी।
-सतेंद्र कुमार तिवारी, अपर नगर आयुक्त।