यमुना का उफान रोकने को खोले बैराज के सभी फाटक
ओखला बैराज से छोड़े जा रहे पानी से यमुना में जलस्तर बढ़ रहा है
जागरण संवाददाता, मथुरा : ओखला बैराज से छोड़े जा रहे पानी से यमुना में जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में गोकुल बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। जलस्तर बढ़ने के कारण वृंदावन के डूब क्षेत्र के लोग सुरक्षित स्थानों और अपनी रिश्तेदारियों में पलायन करने लगे हैं।
यमुना का चेतावनी का निशान 165.30 मीटर है। सोमवार दोपहर में प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर 165.02 मीटर था। शाम चार बजे घटकर 165.01 मीटर रह गया। ओखला बैराज से 37433 क्यूसेक पानी लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है। इस पानी का असर यहां दिखाई दे रहा है। यमुना के उफान पर नियंत्रण रखने के लिए गोकुल बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। अप स्ट्रीम में 163.15 मीटर जलस्तर है, जबकि डाउन स्ट्रीम में 163.10 मीटर जलस्तर है। गोकुल बैराज से लगातार 46443 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे यमुना में जलस्तर चेतावनी स्तर को फिलहाल नहीं छू पा रहा है। प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर चेतावनी निशान से नीचे है। ओखला बैराज से छोड़े जा रहे पानी से बाढ़ आने की गुंजाइश नहीं है। अधिक बारिश होने पर जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। इधर, वृंदावन के डूब क्षेत्र की बस्तियों में यमुना का पानी घुसने लगा है। इससे लोगों की रातों की नींद गायब हो गई है। डूब क्षेत्र में करीब दो दर्जन से अधिक बस्तियों में दस हजार लोग निवास कर रहे हैं। यमुना के बाराह घाट, सूरज घाट और बिहार घाट क्षेत्र पहले से ही डूब क्षेत्र है। यमुना थोड़ा जलस्तर बढ़ने से इन इलाकों को जलभराव हो जाता है। अब भी इन कालोनियों में यमुना का पानी घुस रहा है। इससे लोगों ने यहां से अब दूसरे सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर दिया है। इन इलाके लोगों का कहना है, प्रशासन जब भी यमुना का जलस्तर बढ़ता है। चेतावनी जारी करता था, लेकिन इस बार कोई चेतावनी जारी नहीं की गई। इससे वह मुसीबत में फंस गए।