गैस सिलिडर खाली, रसोई में फिर चूल्हे के धुएं से जंग
ये रसोई गैस सिलिडर की बढ़ती कीमतों का साइड इफेक्ट है। चूल्ह
जागरण संवाददाता, मथुरा : ये रसोई गैस सिलिडर की बढ़ती कीमतों का साइड इफेक्ट है। चूल्हे के धुएं से महिलाओं को निजात दिलाने को उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन दिए गए। घर-घर खुशहाली आई। अब सिलिडर इतना महंगा है कि उसे भराना इनके वश की बात नहीं है। फिर महिलाएं गैस सिलिडर से किनारा कर चूल्हे के धुएं से जूझ रही हैं।
वर्ष 2016 में जिले में उज्ज्वला योजना का शुभारंभ हुआ। निर्धन परिवारों की महिलाओं को चूल्हे पर खाना बनाने से निजात दिलाने के लिए सरकार ने करीब पौने दो लाख परिवारों को रसोई गैस के कनेक्शन दिये। महिलाओं के लिए ये किसी सपने से कम नहीं था। धुएं से निजात मिली और खाना रसोई गैस से बनने लगा। लेकिन गैस सिलिडर की बढ़ती कीमतों ने फिर संकट खड़ा कर दिया है। हाल ये है कि उज्ज्वला योजना के तहत जिन परिवारों को कनेक्शन मिले थे, उनमें अधिकांश लोग सिलिडर भरा ही नहीं रहे। इन घरों में फिर से चूल्हे पर खाना बनने लगा है। ---------------
वर्जन
-जब से हमें गैस सिलिडर मिला है। तब से लेकर अब तक सिर्फ तीन बार गैस भराई है। सिलिडर एक माह में खत्म हो जाता है। इतनी आय नहीं है कि हर माह सिलिडर खरीदा जा सके। कीमतें बढ़ रही हैं, ऐसे में एक साल से सिलिडर खाली रखा है।
अनोखी देवी, होली वाली गली, नौहझील
गैस सिलिडर की कीमतें आसमान छू रही हैं। लगातार बढ़ रही कीमतों के कारण अब सिलिडर में गैस भराने की हिम्मत नहीं होती। हम चूल्हे पर ही खाना बनाने में खुश हैं। सिलिडर तभी भरेगा, जब सिलिडर की कीमतें कम होंगी।
सुनीता, गोवर्धन।
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इंफो
62 हैं जिले में गैस एजेंसी
1.69 लाख से अधिक हैं जिले में उज्ज्वला कनेक्शन
828.50 रुपये हो गए हैं एक सिलिडर की कीमत
1500 से अधिक कनेक्शन धारक नियमित रूप से नहीं ले रहे सिलिडर
2016 में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस योजना का किया था शुभारंभ
2200 रुपये आता है एक गैस कनेक्शन पर खर्चा
1450 रुपये जमा होती है सिक्योरिटी
170 रुपये रबर ट्यूब की है कीमत
150 रुपये रेग्यूलेटर की है कीमत
200 रुपये कनेक्शन चार्ज
01 वर्ष से उज्ज्वला योजना के तहत नए कनेक्शन देना बंद है