मछली पालन कराने वाली कंपनियों में मची खलबली
मछली पालन से अच्छी खासी कमाई का लालच देकर किसानों की मोटी रकम
जागरण संवाददाता, मथुरा: मछली पालन से अच्छी खासी कमाई का लालच देकर किसानों की मोटी रकम को हड़पने वाली कंपनियों में खलबली मच गई है। मथुरा और भरतपुर के किसानों को बदायूं की कथित एक कंपनी ने किसानों को समझौता के लिए बुलाने लगी है।
थाना हाईवे क्षेत्र की आनंदवन प्रीतिकुंज कालोनी निवासी रिटायर्ड सैनिक नेपाल सिंह ने थाना हाईवे में गुरुग्राम की कथित मानसरोवर श्रंप फार्म के खिलाफ 82 लाख रुपये हड़प लिए जाने की रिपोर्ट कराई थी। रिटायर्ड सैनिक को कंपनी ने झींगा मछली पालन करके मोटा मुनाफा मिलने के गुलाबी सपने दिखाए थे। रिपोर्ट दर्ज होते ही मछली पालन करके मोटा मुनाफा दिलाने वाली कथित कंपनियों में खलबली मच गई है। अभी तक किसानों को कंपनियां नए-नए बहाने बनाकर गुमराह कर रही थीं। मछली पालन कराने के नाम पर ली धनराशि को वापस करने का भी आश्वासन देकर किसानों को कानूनी कार्रवाई करने से भी रोक रखा था। मगर एक रिटायर्ड सैनिक के आगे आने के बाद दूसरे किसानों ने भी कथित कंपनियों के ऊपर भी अपनी धनराशि वापस करने के लिए अब दबाव बनाना आरंभ कर दिया है। रिटायर्ड सैनिक और एक कथित कंपनी के हाथ ठगी के शिकार हुए गांव ऊमरी के किसान एवं रिटायर्ड सैनिक विक्रम सिंह ने बताया कि बंदायू की जिस कंपनी ने किसानों से पैसा लिया है। उस कंपनी की तरफ से समझौता करने के लिए प्रस्ताव आया है। 30 और 31 दिसंबर उनको बदायूं बुलाया गया है। गांव से किसान सुशील कुमार, जयपाल सिंह, मथुरा से गोविद सिंह और भरतपुर के किसान कुलदीप सिंह बदायूं जा रहे हैं। उनका कहना था, उन्होंने भी झींगा मछली पालन के लिए एक कंपनी को मोटी धनराशि दी थी।