आरके पुरम में नहीं विकास की आस, लोग हो रहे निराश

नगर निगम के वार्ड नंबर नौ का आरके पुरम अव्यवस्थाओं का गढ़ बना है। क्षेत्र के निगम शामिल होने के बाद भी यहां के लोग ग्रामीणों से बदतर जीवन जी रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 05:18 AM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 05:18 AM (IST)
आरके पुरम में नहीं विकास की आस, लोग हो रहे निराश
आरके पुरम में नहीं विकास की आस, लोग हो रहे निराश

संवाद सहयोगी, मथुरा : नगर निगम के वार्ड नंबर नौ का आरके पुरम अव्यवस्थाओं का गढ़ बना है। क्षेत्र के निगम शामिल होने के बाद भी यहां के लोग ग्रामीणों से बदतर जीवन जी रहे हैं। जिम्मेदारों ने भी कभी यहां की अव्यवस्थाओं को दूर करने की नहीं सोची। इसके चलते समस्याएं बढ़ती गईं, जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यहां मकान बनाते समय लोगों ने सोचा की क्षेत्र निगम में शामिल हो गया है अब सुविधाएं भी मिलेंगी, लेकिन निगम प्रशासन स्थानीय लोगों की सोच पर खरा नहीं उतर सका।

कोरोना काल में जहां साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ ही लोगों को विभिन्न तरीकों से स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। वहीं निगम प्रशासन की कार्य प्रणाली इस समय सवालों के घेरे में है। वार्ड नंबर नौ के आरके पुरम में रहने वाले लोग गंदगी सहित विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। क्षेत्र के अधिकांश प्लाटों में गंदा पानी जमा होने के साथ ही गंदगी का अंबार है, तो नालियों की सफाई न होने से वे चोक हो गई हैं। इस कारण गंदे पानी का निकास न होने से वह सड़कों पर बहता रहता है। क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। पेयजल पाइप लाइन और रोड लाइट न होने से लोगों के सामने पेयजल और प्रकाश व्यवस्था का भी संकट गहराया हुआ है। - प्रमुख समस्याएं -

- सफाई व्यवस्था चौपट

- पेयजल पाइपलाइन नहीं

- नालियां चोक

- प्लाटों में जमा गंदा पानी

- रोड लाइट नहीं

क्षेत्रवासी बोले ..

- कालोनी में रोड लाइट न होने से शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। अंधेरे में असामाजिक तत्व और बढ़ती आपराधिक घटनाओं के चलते महिलाओं का घर से निकलना दूभर हो गया है।

रजनी, स्थानीय निवासी

- नालियां चोक होने से गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। इससे वाहन चालकों को सहित पैदल राहगीरों को भी भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।

सतीश, स्थानीय निवासी

- पेयजल पाइपलाइन न होने से पीने का पानी खरीदकर लाना पड़ता है। इससे लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। जिम्मेदारों को पेयजल व्यवस्था के बारे में विचार करना चाहिए।

भगत सिंह, स्थानीय निवासी

- कालोनी की नालियों और प्लाटों में जमा गंदा पानी सड़ रहा है। इससे बदबू के कारण आसपास के लोगों का रहना मुश्किल हो रहा है। वहीं संक्रामक बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है।

गोमा, स्थानीय निवासी

--- क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को लेकर कई बार निगम के अधिकारियों को सूचित किया है। सफाई कर्मचारियों के अभाव में गंदगी और जलभराव की समस्या बनी हुई है। शीघ्र ही लोगों की समस्या का समाधान किया जाएगा।

गोविद सिंह, क्षेत्रीय पार्षद

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