आक्सीजन और सुगंध का अद्भुत संगम बनेगी पर्वतराज की हरियाली

गोवर्धन पर्वत के हरित श्रृंगार को जैविक खाद बीज और मिट्टी के गोले तैयार करा रहा वन विभाग दो हेक्टेयर में होगा सघन पौधारोपण

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:25 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:25 AM (IST)
आक्सीजन और सुगंध का अद्भुत संगम बनेगी पर्वतराज की हरियाली
आक्सीजन और सुगंध का अद्भुत संगम बनेगी पर्वतराज की हरियाली

संवाद सूत्र, गोवर्धन: आक्सीजन का उत्सर्जन करते पौधे, श्रद्धा के पथ पर सघन छांव, वातावरण में घुलती सुगंध, गोवर्धन पर्वत पर लहलहाते विभिन्न प्रजातियों के पौधे, गिरिराजजी की बगिया कुछ इस तरह की खूबसूरती का संग्रह नजर आएगी। पर्वत पर हरियाली के लिए मिट्टी के गोले तैयार कराए जा रहे हैं तो वहीं राधाकुंड-छटीकरा मार्ग पर वन विभाग द्वारा पौधशाला में विभिन्न प्रजातियों के पौधे तैयार कराए गए हैं।

क्षेत्राधिकारी वन ब्रजेश सिंह परमार, दैनिक जागरण और जन सहयोग से गोवर्धन पर्वत पर हरियाली को मिट्टी के गोले तैयार करा रहे हैं। दैनिक जागरण की मुहिम ' आओ रोपें, अच्छे पौधे' के तहत जागरण टीम इन गोलों से पर्वतराज का हरित श्रंगार करेगी। बीज, जैविक खाद और मिट्टी से यह गोला तैयार कराया जा रहा है। इन गोलों से पर्वत पर पौधारोपण किया जाएगा। ब्रजेश सिंह परमार ने बताया कि 48 हेक्टेयर में पौधारोपण होगा। जिसमें दो हेक्टेयर में सघन पौधारोपण किया जाएगा। मिट्टी के फिलहाल 20 हजार गोले तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा राधाकुंड-छटीकरा मार्ग पर पौध तैयार की गई है।

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पौधारोपण के साथ सुरक्षा भी

क्षेत्राधिकारी वन ने बताया कि तलहटी में करीब 50 हजार पौधे रोपे जा रहे हैं। जिनमें अररू, अमरूद, छोंकर, बेल, बंकाद, आंवला, केसिया, सहजन, कट सागौन, जंगल जलेबी, कांजी, रैमज, बेर, नीम, जामुन, शीशम, बांस, कुछ पीपल और पाकर शामिल है। पौधारोपण से ज्यादा उनका जीवन बचाना तथा जानवरों से सुरक्षा करना एक चुनौती है। पौधों का जीवन बचाने के लिए पानी का पाइप तैयार कराया जा रहा है, जिसमें छेद होंगे, जिससे पौधों को भरपूर पानी मिल सके। सुरक्षा के ट्रीगार्ड लगाए जा रहे हैं। गश्त के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।

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