मरीज की मौत पहले हुई, बाद में दिखाई कोरोना की सैंपलिग

एक निजी हास्पिटल में भर्ती मरीज की मौत 11 मई को हो गई लेकिन उसक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 05:07 AM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 05:07 AM (IST)
मरीज की मौत पहले हुई, बाद में दिखाई कोरोना की सैंपलिग
मरीज की मौत पहले हुई, बाद में दिखाई कोरोना की सैंपलिग

जागरण संवाददाता, मथुरा: एक निजी हास्पिटल में भर्ती मरीज की मौत 11 मई को हो गई, लेकिन उसकी कोविड -19 की जांच के लिए सैंपल 13 मई को लिया गया दिखाया गया है। स्वजन ने सुबूतों के साथ इस मामले की शिकायत सीएमओ से की है। सीएमओ ने अस्पताल के खिलाफ जांच के लिए पैनल बनाया है।

गांव गणेशरा निवासी देबो देवी (60) की तबीयत खराब होने पर स्वजन ने जमुना पार स्थित मोहिनी जगदीश हास्पिटल में भर्ती कराया था। यहां चिकित्सक ने कोरोना सहित अन्य जांचें लिखीं। देबो देवी की तबीयत बिगड़ गई। हास्पिटल में वेंटिलेटर न लगाने पर स्वजन उन्हें दूसरे अस्पताल ले गए। यहां उनकी मौत हो गई। देबो देवी के स्वजन देशबंधु एडवोकेट ने बताया कि देबो देवी को दस मई को को मोहिनी जगदीश हास्पिटल में भर्ती किया गया था। यहां उपचार में लापरवाही पर 11 मई को दूसरे हास्पिटल में भर्ती कराया गया। जब वह मोहिनी जगदीश अस्पताल में पूर्व में कराई गई जांच की रिपोर्ट लेने पहुंचे तो दंग रह गए। उन्होंने बताया कि देबो देवी की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था, लेकिन रिपोर्ट दो दिन बाद मिलेगी। उनका आरोप है कि रिपोर्ट में देबो देवी का सैंपल 13 मई को लिए जाने की बात लिखी है, जबकि उनकी मौत 11 मई को ही हो गई थी। उन्होंने जांच करने वाली उस प्राइवेट लैब पर भी सवाल उठाए हैं, जिसने जांच की है। स्वजन का आरोप है कि अस्पताल से जुड़े लोग मामले को दबाने के लिए दबाव बना रहे हैं। पूरे मामले की शिकायत सीएमओ डा. रचना गुप्ता से की गई है। सीएमओ ने बताया कि मामले में दो डाक्टरों का पैनल जांच के लिए गठित किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मरीज के मरने के बाद कराया टेस्ट, नोटिस

मथुरा: नयति हास्पिटल पर आगरा निवासी एक व्यक्ति ने इलाज के नाम पर वसूली करने तथा इलाज की गुणवत्ता ठीक न होने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं पिता की मौत होने के चार दिन बाद कोरोना टेस्ट कराए जाने तथा अभद्र व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री को शिकायत दर्ज कराई है। जिस पर मामले की जांच शुरू हो गई है। जिसमें समिति का गठन कर जांच शुरू करते हुए नोटिस जारी कर दिया है।

आगरा के सदर बाजार निवासी मनु गुप्ता ने मुख्यमंत्री को शिकायत दर्ज कराई है। इसमें पीड़ित ने बताया कि 28 अप्रैल को कोविड-19 पाजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। एक मई को उनकी मौत हो गई। हास्पिटल ने चार दिन बाद पांच मई को उनकी कोरोना जांच का सैंपल लाल पैथ को भेजा। इतना ही नहीं इलाज के दौरान स्टाफ ने अभद्र व्यवहार किया। इलाज के दौरान मनमानी तरीके से रुपये वसूले। पीड़ित ने नयति हास्पिटल की इलाज की गुणवत्ता और अस्पताल द्वारा की गई वसूली को लेकर जांच करने के की मांग की है। उधर, सीएमओ डा. रचना गुप्ता ने बताया कि नयति हास्पिटल की कई शिकायत हैं। उनकी जांच कराई जा रही है। जांच अधिकारी की ओर से नयति हास्पिटल को नोटिस भी भेजा गया है।

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