करियर को लेकर छात्र-छात्राओं की काउंसिलिग

प्रदेश सरकार द्वारा 12 वीं की परीक्षा रद करने के बाद विद्यार्थियों के मन में फेल होने का कोई संकोच नहीं रह गया है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 06:10 AM (IST)
करियर को लेकर छात्र-छात्राओं की काउंसिलिग
करियर को लेकर छात्र-छात्राओं की काउंसिलिग

संवाद सहयोगी, मथुरा : 12वीं के बाद कोर्सेज में सबसे अधिक डिमांड इंजीनियरिग की होती है। प्रदेश सरकार द्वारा 12 वीं की परीक्षा रद करने के बाद विद्यार्थियों के मन में फेल होने का कोई संकोच नहीं रह गया है। अधिक से अधिक छात्र इंजीनियरिग की तैयारियों में व्यस्त हैं, लेकिन ट्रेड को लेकर चितित हैं। छात्रों की इसी चिता को दूर करते हुए जीएलए विवि के डीन एकेडमिक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने छात्रों की करियर काउंसिलिग की है। कोर ब्रांच को बेहतर भविष्य के लिए एक बेहतरीन करियर विकल्प बताया है।

उनका कहना है कि कोर ब्रांच की अगर बात की जाए तो इनमें सिविल इंजीनियरिग भी छात्रों का करियर डवलप करने में अधिक कारगर है। आज हर तरफ विकास की बात हो रही है और विकास का सीधा जुड़ाव इंफ्राइस्ट्रक्चर से है। इसलिए आज के समय में इस ब्रांच का महत्व काफी बढ़ गया है।

इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिग ब्रांच का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप प्राइवेट कंपनी के साथ-साथ पीएसयू जैसे इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन आफ इंडिया आदि के लिए भी एलिजबिल हो जाते हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग सदाबहार ब्रांच के रूप में जानी जाती है। उन्होंने बताया कि आज भी जीएलए विवि के 6000 से अधिक छात्र विदेशों में विभिन्न कंपनियों अपनी छाप छोड़ रहे हैं। प्रो. गुप्ता ने बताया कि जीएलए विवि के सत्र 2020-21 के 2100 से अधिक छात्रों का चयन 400 से अधिक कंपनियों में हो चुका है। पांच से 32 लाख तक के आफर छात्रों को प्रदान किए गए हैं। शिक्षकों का सामाजिक योगदान बने अनुकरणीय

संस, मथुरा : अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय मीडिया प्रकोष्ठ की वर्चुअल कार्यशाला में दूसरे दिन शिक्षकों का सामाजिक योगदान अनुकरणीय बनाने पर जोर दिया गया। शिक्षकों को प्रतिभावान विद्यार्थी को देश हित में काम करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की अवधारणा, जो भारतीय संस्कृति पर आधारित है, उसकी जागृति में शिक्षकों की अहम भूमिका है।

कार्यशाला के समापन सत्र में शुक्रवार को मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ.भा. प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने कहा कि शिक्षा एवं शैक्षणिक परिसरों में अच्छा वातावरण बने, इसके लिए महासंघ सतत रूप से कार्य कर रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. जेपी सिघल ने कहा कि मीडिया के विविध आयामों को जानकर कार्यकर्ताओं में समझ विकसित करने की आवश्यकता है। शिक्षक समाज परिवर्तन का वाहक है। तृतीय सत्र में इंटरनेट मीडिया में तकनीक का उपयोग विषय पर राष्ट्रीय इंटरनेट मीडिया सह-प्रमुख रोहित कौशल ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर अच्छी क्वालिटी का कंटेंट बनाने को अनुभव की आवश्यकता होती है। राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने कहा कि शिक्षा, संगठन व समाज हमारा केंद्र बिदु है। राष्ट्रीय महामंत्री शिवानंद सिदनकेरा, राजदेव तिवारी, जिलाध्यक्ष मथुरा मुकेश शर्मा, ब्रजेश श्रीवास्तव दर्शन भारती, बसंत जिदल, विजय कुमार सिंह मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी