पहले दिन शैलपुत्री की पूजा मंदिरों में गूंजे माता के जयकारे

चैत्र नवरात्र में भगवती से की कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:47 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:47 AM (IST)
पहले दिन शैलपुत्री की पूजा 
मंदिरों में गूंजे माता के जयकारे
पहले दिन शैलपुत्री की पूजा मंदिरों में गूंजे माता के जयकारे

जागरण टीम, मथुरा : मंगलवार से शुरू हुए चैत्र नवरात्र में देवी मंदिर जयकारों से गूंजते रहे। हवन यज्ञ के साथ घरों में कलश स्थापना की गई और मां भगवती के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। मंदिरों में कोविड-19 की गाइड लाइन से श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। कोरोना से मुक्ति की भगवती से प्रार्थना की।

सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में पूजन के लिए पहुंचने लगे। कोरोना वायरस के चलते पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ कम रही। कई मंदिरों में कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कराते हुए दर्शन कराए। घरों में घट स्थापना कर मां का दरबार सजाया। श्रद्धालुओं ने नौ दिन के उपवास की शुरुआत कर पूजा-अर्चना की। महाविद्या देवी मंदिर, मां बगलामुखी मंदिर, कैंटवाली काली मंदिर, कंकाली देवी मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। क्षेत्रीय मंदिर भी भक्तों से गुलजार रहे। सुबह से रात तक आस्था की बयार बहती रही। वृंदावन में कात्यायनी मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की कतार लगने लगी। मंदिर में पांच-पांच श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया। चामुंडा मंदिर, पथवारी देवी मंदिर, शीतला माता मंदिर, खेरादेवत मंदिर, गौरानगर स्थित दुर्गा माता मंदिर, केला देवी मंदिरों में भक्तों भीड़ उमड़ती रही। मंदिरों में भीड़ पहले की अपेक्षा कम नजर आई। कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कराया। देवी मंदिरों में अष्टमी, नवमी पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम रद कर दिए हैं। कात्यायनी मंदिर में संधि पूजा आरती के दर्शन स्क्रीन पर कोविड-19 की गाइडलाइन पालन करते हुए करवाए जाएंगे। कोसीकलां में देवी मंदिरों में सुबह से ही पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। भगवती देवी मंदिर पर मुख्य अतिथि सुभाष अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, पथवारी देवी मंदिर पर कमलेश अग्रवाल, सुनील कुमार ने आरती की। फूल बंगला की झांकी सजाई गईं। मंदिरों को भी आकर्षक सजाया गया। सुरीर में अष्ट भुजा सिंह वाहिनी मां दुर्गे देवी मंदिर पर बाबा रघुनंदन दास महाराज ने कहा कि मां दुर्गा की सच्चे मन से स्तुति करने से मुंह मांगी मुराद पूरी हो जाती है। आचार्य भूपेंद्र शास्त्री मौजूद रहे।

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