अब स्मार्ट हुए किसान, कार्ड स्वाइप कर ले सकेंगे खाद-बीज

59 समितियों पर माइक्रो एटीएम की कर ली गई है व्यवस्था - जिले के करीब 70 हजार किसान उठा सकेंगे योजना का लाभ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 06:01 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:01 AM (IST)
अब स्मार्ट हुए किसान, कार्ड 
स्वाइप कर ले सकेंगे खाद-बीज
अब स्मार्ट हुए किसान, कार्ड स्वाइप कर ले सकेंगे खाद-बीज

जागरण संवाददाता, मथुरा: अब किसानों को खाद और बीज के लिए जेब में रुपये लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी। जब भी खाद या फिर बीज खरीदना होगा, तो उन्हें सिर्फ एक कार्ड लेकर पहुंचना होगा। उसे समिति पर मौजूद मशीन में स्वाइप करेंगे और खाद-बीज ले सकेंगे। इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर किसान समितियों पर माइक्रो एटीएम में कार्ड स्वाइप करके पांच हजार रुपये की धनराशि भी निकाल सकेंगे।

जिले में 79 सहकारी समितियां हैं, लेकिन उनमें से अभी पहले चरण में 19 समितियों को कंप्यूटराइज्ड कर दिया गया है। 59 सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम की सुविधा दी गई है। इन समितियों पर कैश लेस की व्यवस्था की जा रही है। यहां किसानों को खाद और बीज के लिए रुपये लेकर आने की जरूरत नहीं होगी। सिर्फ वह अपने साथ कार्ड लेकर आएगा। मशीन में स्वाइप करेगा और जरूरत के मुताबिक खाद और बीज ले सकेगा। किसान के खाते से रुपये अपने आप समिति के खाते में ट्रांसफर हो जाएंगे। हालांकि यह सुविधा अभी उन्हीं किसानों को मिल जाएगी, जिनके खाते को-आपरेटिव बैंक में खाते हैं। हालांकि आगामी दिनों में यह सुविधा सभी बैंक के खातेदार किसानों को मिलेगी। अभी कार्ड स्वैपिग का लाभ करीब 70 हजार किसान ही उठा पाएंगे। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी वर्ष में सभी सहकारी समितियों पर यह व्यवस्था शुरू करने के साथ ही सभी बैंक के खातेदार किसानों को स्वीप कार्ड का लाभ दिलाया जाएगा। बताते चलें कि अभी तक जिन किसानों का समितियों पर खाता नहीं होता था। उन्हें कैश जमा करने पर ही खाद मिलती थी। - सचिवों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण : माइक्रो एटीएम चलाने के साथ कार्ड को स्वीप करने का सहकारी समितियों पर तैनात सचिव तथा वहां के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे किसानों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। - वर्जन -

हमारे यहां 79 सहकारी समितियां हैं। उनमें से 19 को कंप्यूटराइज्ड कर दिया गया है। 59 समितियों पर माइक्रो एटीएम की व्यवस्था कर दी गई है। किसानों को कार्ड स्वाइप करके ही खाद-बीज मिल सकेगा।

रवींद्र कुमार, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता

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