ईंट भट्ठा से अस्पताल लाने में गुजर गए छह घंटे

नौहझील के कृष्णा ईंट भट्ठा पर गुरुवार रात दो भाई और उनके एक साले की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। भट्ठा मालिक ने भी मजदूरों को चौकीदार के भरोसे इलाज कराने के लिए छोड़ दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 05:12 AM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 05:12 AM (IST)
ईंट भट्ठा से अस्पताल लाने में गुजर गए छह घंटे
ईंट भट्ठा से अस्पताल लाने में गुजर गए छह घंटे

संवाद सूत्र, नौहझील: : नौहझील के कृष्णा ईंट भट्ठा पर गुरुवार रात दो भाई और उनके एक साले की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। भट्ठा मालिक ने भी मजदूरों को चौकीदार के भरोसे इलाज कराने के लिए छोड़ दिया। तबीयत खराब होने की सूचना के बाद जिला अस्पताल तक लाते-लाते तीनों मजदूरों को छह घंटे से भी अधिक का समय गुजर गया। एक-एक कर तीनों ने दम तोड़ दिया।

थाना नौहझील के कृष्णा ईंट भट्ठा पर काम कर रहे धनबाद जिले के गांव मलकारा देवग्राम निवासी भीम, राजकुमार और रूपचंद की तबीयत मंगलवार रात खराब हुई थी। बुधवार को ईंट भट्ठा मालिक ने तीनों मजदूरों को दवा और इंजेक्शन लगाया। दवा से भी उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ। तीनों मजदूर दिन भर अपनी झुग्गी से बाहर नहीं निकले। शाम सात बजे महिलाओं ने चौकीदार योगेश को तीनों की हालत खराब होने की जानकारी दी। योगेश ने झुग्गी में जाकर देखा और भट्ठा मालिक को तीनों के बीमार होने की सूचना दी। चौकीदार ने बताया, भट्ठा मालिक ने एंबुलेंस को काल कर बुला लिया। वह तीनों मजदूरों को रात करीब साढ़े नौ बजे नौहझील सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर पहुंचा। चिकित्सक ने तीनों मजदूरों को देखते ही जिला अस्पताल के लिए भेज दिया। तब तक मजदूरों की हालत बिगड़ चुकी थी। तीनों तड़प रहे थे और अपने कपड़े उतार-उतार कर फेंकने लगे। चौकीदार ने बताया, भट्ठा मालिक उनके साथ नहीं था। नौहझील से लेकर जिला अस्पताल तक लाते-लाते छह घंटे से अधिक का समय बीत गया। रास्ते में भीम और राजकुमार की सांसें थम गईं, जबकि रूपचंद की सांसें चल रही थीं। दोनों को जिला अस्पताल में डाक्टर ने भीम और राजकुमार को मृत घोषित कर दिया। ढाई बजे रूपचंद ने भी दम तोड़ दिया था। -----शराब से मौत होने की खबर से मची खलबली : भीम और राजकुमार का साला रूपचंद था। रूपचंद भी अपने जीजा के साथ रहता था। मंगलवार रात तीनों ने शराब और मीट का सेवन किया था। इसके बाद से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। चिकित्सक ने प्राथमिक सूचना डायरी पर एल्कोहलिक लिख दिया, तो शराब पीने से तीनों की मौत होने की खबर फैल गई। इसके साथ ही पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग में खलबली मच गई। पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी पोस्टमार्टम पर पहुंच गए। इधर, पुलिस ने इलाके में गैर कानूनी तरीके से शराब की बिक्री करने वालों की धरपकड़ शुरू कर दी। ईंट भट्ठे के पास से ही एक खोखा वाले को भी पुलिस ने उठा लिया। उसके ऊपर लोगों ने आरोप लगाया था, वह शराब के ठेकों से शराब लाकर बेचने का काम करता है। हालांकि, इंस्पेक्टर नौहझील लोकेश कुमार भाटी ने गैर कानूनी तरीके से शराब की बिक्री करने वाले को हिरासत में लिए जाने से इन्कार किया है।

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