यमुना एक्सप्रेस-वे पर पसर रहा सन्नाटा

कोरोना के चलते घटी वाहनों की संख्या

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 05:35 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 05:35 AM (IST)
यमुना एक्सप्रेस-वे पर पसर रहा सन्नाटा
यमुना एक्सप्रेस-वे पर पसर रहा सन्नाटा

संवाद सूत्र, सुरीर: कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण से बचाव के लिए लोगों ने अपनी यात्राओं को भी स्थगित कर दिया है। जिससे यमुना एक्सप्रेस वे समेत मुख्य मार्गों पर फर्राटा भरने वाले वाहनों की संख्या में भारी कमी आ गई है। ऐसे में एक्सप्रेस वे पर सन्नाटा सा पसरा रहता है।

कोरोना की दूसरी लहर को देख सरकार ने संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कोरोना क‌र्फ्यू लगा रखा है। जिससे लोगों ने यात्रा करने से दूरी बना रखी है। यमुना एक्सप्रेस वे समेत मुख्य मार्गों पर मालवाहन वाहनों के अलावा जरूरत मंद लोग ही अपनी गाड़ियों से आ जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेस वे पर तो वाहनों की कमी के चलते सन्नाटा सा पसरा रहता रहता है। कतार की बजाय अब इक्का-दुक्का वाहन ही निकलते हैं। वीकेंड पर मथुरा-वृंदावन में मंदिरों के दर्शन व आगरा में ताजमहल और अन्य स्मारक देखने को काफी संख्या में लोग आते थे, लेकिन कोरोना के कारण प्रमुख मंदिरों के बंद होने से लोग दर्शन को नहीं आ रहे हैं। मांट टोल प्लाजा आपरेशन मैनेजर सैयद रफी अहमद रिजवी ने बताया कि कोरोना के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की संख्या में काफी कमी आ गई है। कोरोना की दूसरी लहर फैलने से पहले 24 घंटे में 22 से 24 हजार वाहन गुजर रहे थे, लेकिन अब रोजाना मुश्किल से चार-पांच हजार वाहन ही निकल रहे हैं। बढ़ता जा रहा कोरोना क‌र्फ्यू, सवारियां होती जा रहीं कम

मथुरा : जैसे-जैसे कोरोना क‌र्फ्यू बढ़ रहा है, उप्र. परिवहन निगम की बसों में यात्रियों की संख्या कम होती जा रही है। निगम द्वारा 117 में से केवल 37 बसों का संचालन किया जा रहा है। जिनके लिए यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। कोरोना क‌र्फ्यू में यात्रियों की संख्या सिमटकर ढाई हजार रह गई है।

इस वर्ष मार्च में होली के निकट बसों में यात्रियों की संख्या 15 हजार के आंकड़े को पार कर गई थी। निगम द्वारा सभी 117 बसों का संचालन किया जा रहा था। इनमें 80 निगम की और 37 बस अनुबंधित दौड़ रहीं थीं। होली के निकट यात्रियों की संख्या भी करीब 15 हजार तक पहुंच गई थी। होली के बाद यात्रियों की संख्या घटना शुरू हो गई। अप्रैल के अंत तक भी करीब बसों में आठ-दस हजार यात्री यात्रा कर रहे थे। कोरोना क‌र्फ्यू लगने के बाद मंदिरों के पट भी श्रद्धालुओं के लिए बंद होने लगे। इसके बाद यात्रियों की संख्या में लगातार कमी आने लगी। बसों को भी यात्रियों का इंतजार रहने लगा है। राजस्थान की तरफ भी बसों का संचालन बंद हो गया। फिलहाल केवल 37 बसों का संचालन ही किया जा रहा है और यात्रियों की संख्या भी करीब ढाई हजार रह गई है। एक-एक बस को भरने में काफी समय लग जाता है । एसएस संतोष कुमार का कहना है कि करीब 20-25 फीसद यात्री ही रह गए हैं। केवल 37 बसों का संचालन किया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी