चुनावी समर में उम्मीदवार, दावे व वादों का दौर शुरू

ग्राम पंचायत जगदीशपुर वर्षों से खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं ग्रामीण नामांकन दाखिल कर उम्मीदवारों ने साफ कर दी दावेदारी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 05:54 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 05:54 AM (IST)
चुनावी समर में उम्मीदवार, दावे व वादों का दौर शुरू
चुनावी समर में उम्मीदवार, दावे व वादों का दौर शुरू

संवाद सूत्र, महावन: पंचायतों में उम्मीदवारों ने अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, जिसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। अधिकारी व्यवस्थाओं को परख रहे हैं, जबकि वोटर उम्मीदवारों की गहराई को भांप रहे हैं। गांव-गांव उम्मीदवारों को लेकर चौपाल पर चर्चा हो रही है। गांव के विकास को लेकर ग्रामीण तो चितित हैं। दावेदार अपने वादे कर रहे हैं। ग्राम पंचायत जगदीशपुर में सरगर्मी तेज हो गई है। यहां उम्मीदवार और ग्रामीण एक दूसरे से संपर्क कर चुनावी माहौल को लेकर मंथन कर रहे हैं।

मंगलवार को दैनिक जागरण की टीम बलदेव विकास खंड की ग्राम पंचायत जगदीशपुर पहुंची, जो मुजफ्फरपुर मजरा को मिलाकर बनी है। गांव के बाहर मिले एक घर के चबूतरे पर आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण बैठे थे। उन्हें देखकर टीम वहां रुक गई और गांव के चुनाव को लेकर चर्चा शुरू की। जहां बैठे दिगंबर सिंह, प्रेम सिंह, पदम सिंह ने बताया कि गांव में सबसे अधिक परेशानी मीठे पानी की है। यहां सभी हैंडपंप में खारा पानी है। पीने के लिए पानी दूर से लेकर आना होता है। ग्रामीणों को हर एक चुनाव में मीठा पानी मुहैया कराए जाने के वादा किया जाता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सब भूल जाते हैं और अपने-अपने कार्य में जुट जाते हैं। फाल सिंह, करन सिंह और प्रेमपाल सिंह ने बताया कि गांव के एक हिस्से में विकास नहीं हुआ है। खड़ंजा तक का गलियों में निर्माण नहीं हो सका है। इसलिए पूरी पंचायत के वोटरों के मन में सिर्फ एक ही बात है कि गांव में विकास करने वाला प्रधान होना चाहिए। हालांकि उम्मीदवारों ने अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके साथ ही अब उम्मीदवार गांव में पानी की समस्या को दूर कराने में अपनी पूरी ताकत झोंकने की बात कह रहे हैं। छत्रपालसिंह, गजेंद्र सिंह, रविद्र शर्मा, बाबी बघेल का कहना है कि अब सभी उम्मीदवार दावों और वादों की बारिश कर रहे हैं। अब तो उनसे कुछ भी कहने को तैयार हैं, लेकिन अब यह देखना है कि कौन सा व्यक्ति अपनी बात पर टिक सकता है। हम चाहते हैं कि उम्मीदवार प्रलोभन देने के बजाए सीधे विकास की बात करे। बहुत जल्द अब उम्मीदवार को लेकर अपनी रणनीति भी तैयार कर ली जाएगी।

ये हैं प्रमुख समस्या

- पूरी पंचायत में है खारा पानी।

- खड़ंजा तक का नहीं हुआ है निर्माण।

- सरकारी योजनाओं का ग्रामीणों को नहीं मिला लाभ।

- गांव में गंदगी का अंबार, नहीं आता सफाईकर्मी।

एक नजर में

05 हजार है पंचायत की जनसंख्या

1346 है वोटरों की संख्या

600 महिलाओं के वोट हैं।

746 पुरुष वोटर हैं।

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