खौफनाक मंजर देख गले से नहीं निकल पा रही थी आवाज

जिस एंबुलेंस में शव को लेकर लोग जम्मू से बिहार जा रहे थे, वह काफी स्पीड में थी। एंबुलेंस में चालक भी एक था। शायद ही कारण था कि थकान के कारण झपकी लगने से एंबुलेंस डिवाइडर पर होती हुई दूसरी तरफ जाकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई। तेज आवाज होने से दिल दहल गए और घायलों की पुकार ने एक्सप्रेस वे के सन्नाटे को चीर दिया। मौत का यह खौफनाक मंजर देखने वाले घायल की आवाज शाम तक रूंध रही थी। एक ही झटके में एंबुलेंस में सवार छह और कार सवार एक की मौत हो गई। इस घटना में छह लोग घायल भी हुए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 12:22 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 12:22 AM (IST)
खौफनाक मंजर देख गले से नहीं निकल पा रही थी आवाज
खौफनाक मंजर देख गले से नहीं निकल पा रही थी आवाज

मथुरा, जासं। जिस एंबुलेंस में शव को लेकर लोग जम्मू से बिहार जा रहे थे, वह स्पीड में थी। चालक को थकान के कारण झपकी लगी और एंबुलेंस डिवाइडर पर होती हुई दूसरी तरफ जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। तेज आवाज से लोगों के दिल दहल गए। घायलों की चीख पुकार ने एक्सप्रेस वे के सन्नाटे को चीर दिया। मौत का खौफनाक मंजर देख घायल की आवाज शाम तक रूंधी रही।

एक्सप्रेस वे पर एंबुलेंस तेज रफ्तार में थी, सभी लोग नींद में थे। घायल 46 वर्षीय नसरूद्दीन सबसे पीछे बैठे थे। बलदेव क्षेत्र में एंबुलेंस जब पलटी तो सभी की नींद टूटी। कई को तो संभलने का मौका ही नहीं मिला। गाड़ी में सवार नसरुद्दीन के गले से आवाज भी नहीं निकल सकी, बच्चे साकिब और रिजवान शोर मचाने लगे। घायल नसरुद्दीन बताते हैं कि पता नहीं चला कि एंबुलेंस कब दूसरी ओर आ गई। घटना के थोड़ी देर बाद ही टोल कर्मी, पुलिस और स्थानीय लोग पहुंच गए। उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और गले से आवाज नहीं निकल रही थी। केवल गाड़ी को काटने के लिए मशीन चलने की आवाज कानों में गूंज रही थी। किसी तरह एंबुलेंस के पीछे का शीशा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला गया।

घटना का मंजर उनकी आंखों के आगे से हट नहीं रहा है। मौत को इतने नजदीक से देखा है कि दिल दहल गया है। नसरूद्दीन बताते हैं कि एंबुलेंस में तीन लोग जम्मू से सवार हुए थे और दिल्ली से सुबह साढ़े चार बजे छह लोग ओर सवार हुए। लंबा सफर था और चालक केवल एक ही था। शायद यही कारण चालक को थकान से सुबह के समय झपकी लगी और एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पलट गई।

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