परम मुक्ति का मार्ग है राम प्रेम : मोरारी बापू
रामकथा में मोरारी बापू ने कहा कि राम से प्रेम करना भजनानंदी लोगों का परम मुक्ति मार्ग है।
संवाद सहयोगी, महावन: गोकुल महावन के मध्य कािर्ष्ण उदासीन रमणरेती आश्रम में आठवें दिन शुक्रवार को रामकथा में मोरारी बापू ने कहा कि राम से प्रेम करना भजनानंदी लोगों का परम मुक्ति मार्ग है। हरिनाम भजने वाला परोपकारी होना चाहिए। भजनानंदी को किसी से शत्रुता नहीं करनी चाहिए। हरिनाम जपने वाले को तो किसी से द्वेष भावना नहीं रखनी चाहिए। कहा कि जहां राम प्रकट होते हैं, वहां अंधकार नहीं रहता। दूर-दूर तक प्रकाश फैल जाता है। मां का प्रेम पुत्र के लिए रजोगुणी होता है, इसी प्रकार पिता का प्रेम पुत्र के लिए तमोगुणी होता है। बापू ने कौआ और घड़े का उदाहरण देते हुए कहा, जब कौआ प्यासा था, तो उसने युक्ति सोची कि घड़े में कंकड़ डालकर प्यास बुझाई जा सकती है। इसी प्रकार घड़ा रूपी जीवन में राम रूपी मणि डालकर अपने जीवन को धन्य किया जा सकता है। ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैजनिया भजन पर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। पांडाल में विराजमान पीठाधीश्वर कािर्ष्ण गुरुशरणानंद, गीतामनीषी ज्ञानानंद महाराज, सतुआ बाबा कािर्ष्ण गोविदानंद महाराज, मीडिया प्रभारी कािर्ष्ण हरदेवानंद महाराज, मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज, भगवताचार्य श्रीकृष्ण ठाकुर, व्यवस्थापक उमेश जटवानी, चंदर अरोड़ा आदि भक्त मौजूद रहे।
कैलाश पहुंचे मोरारी बापू, भक्तों ने किया स्वागत
वृंदावन: रामकथा मर्मज्ञ मोरारी बापू शुक्रवार शाम वृंदावन स्थित आवास कैलाश पर पहुंचे। जहां भक्तों ने बापू का जोशीला स्वागत किया। बापू ने आवास पर ठाकुरजी की साधना की और भक्तों से मुलाकात के बाद रमणरेती के लिए रवाना हो गए।
रमणरेती क्षेत्र स्थित आवास कैलाश में शुक्रवार शाम मोरारी बापू पहुंचे तो अनुयायियों ने उनकी आरती उतारकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया। बापू ने कहा, ब्रज में रहने के दौरान वृंदावन पहुंचने की अभिलाषा हमेशा रहती है। कैलाश पहुंचकर बापू ने ठा. राधामाधव मंदिर में बैठकर कुछ देर साधना की। स्वागत करने वालों में रमाशंकर बाजौरिया, पदमा शुभोदय बाजोरिया, डा. गोविदकृष्ण पाठक, भाजपा नेता वरिष्ठ पार्षद राधाकृष्ण पाठक, अभिषेक पाठक समेत अनेक लोग मौजूद रहे।