बरसाती नाले ने डुबाई किसानों की फसल
किसानों को सता रहा फसल नष्ट होने का डर
संवाद सूत्र, सुरीर(मथुरा): विकास खंड नौहझील के गांव मुइनुद्दीनपुर से खायरा होकर कराहरी ड्रेन में गिरने वाला बरसाती नाला उफन गया। किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूब गई। फसल के गल कर नष्ट होने का डर किसानों को सता रहा है।
बरसाती पानी की निकासी के लिए गांव मुइनुद्दीनपुर से खायरा होकर कराहरी ड्रेन में गिरने वाले नाले की सिचाई विभाग ने सफाई नहीं कराई। हाल ही में हुई बरसात के पानी को यह नाला झेल नहीं पा रहा है। नाला उफनाने से किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल जलमग्न हो गई। किसान हाकिम सिंह और सोनू चौधरी ने बताया, बरसात के पानी की निकासी को बना नाला मुइनुद्दीनपुर से गांव खायरा होते हुए कराहरी ड्रेन में जाकर गिरता है। इस नाले की बरसात से पहले सफाई नहीं कराई गई है। नाला जगह-जगह अवरुद्ध पड़ा है। इससे बरसात के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पानी खेतों में भर गया है। पूर्व प्रधान विमल चौधरी ने बताया, गांव कुरावली के अलावा पड़ोसी गांव मरहला की ओर से भी बरसात का पानी बहकर गांव के खेतों में जमा हो रहा है। नाले की सफाई हो जाती तो बरसात के पानी की निकासी हो जाती, जो नहीं हो पा रही है। ऐसी स्थिति में धान की फसल के बर्बाद होने की आशंका बढ़ गई है। ग्राम प्रधान नीतेश चौधरी ने बताया, गांव के आसपास करीब दो सौ एकड़ खेतों में धान की फसल पानी में डूब गई है। बरसाती पानी की निकासी न होने से नाले की साफ-सफाई और खोदाई नहीं कराई गई है। इसमें खरपतवार खड़े हैं। इसलिए बरसात के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। खेत लबालब हो गए हैं। धान की फसल के बर्बाद होने की संभावना अधिक है। किसानों का आरोप है, सिचाई विभाग से भी शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।